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    Covid 19 Vaccine : फाइजर के आवेदन पर नहीं हुआ विचार, कंपनी ने प्रस्तुतीकरण के लिए मांगा है और समय

    Covid 19 Vaccine एसईसी ने हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक से देश में वर्तमान में जारी तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण की सुरक्षा एवं प्रभाविता संबंधी डाटा पेश करने को कहा है ताकि इस पर आगे विचार किया जा सके।

    By Dhyanendra SinghEdited By: Updated: Wed, 09 Dec 2020 10:17 PM (IST)
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    दोनों कंपनियों समेत फाइजर ने कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मांगी है अनुमति

    नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के विशेषज्ञों की एक समिति ने बुधवार को कोरोना वैक्सीन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से अतिरिक्त सुरक्षा एवं प्रभावी डाटा मांगा है। टीके के आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति मांगने के उनके आवेदन पर विचार-विमर्श के बाद उन्होंने यह डाटा मांगा है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी।

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    सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर की भारतीय शाखा के आवेदन पर बुधवार को विचार-विमर्श नहीं हुआ क्योंकि कंपनी ने समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण देने के लिए और समय मांगा है।

    एक सूत्र ने बताया कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के आवेदन अब भी विचाराधीन हैं। मीडिया में खबर आई थी कि दोनों कंपनियों के आवेदन को खारिज कर दिया गया है, लेकिन एएनआइ के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे गलत बताया है।

    MHRA के आकलन का परिणाम भी मांगा

    सूत्रों ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट के आवेदन पर विचार करते हुए सीडीएससीओ की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने समझा जाता है कि देश में दूसरे चरण और तीसरे चरण के परीक्षण पर सुरक्षा संबंधी नवीनतम डाटा एवं ब्रिटेन और भारत में क्लीनिकल परीक्षण के प्रतिरक्षाजनक डाटा की मांग की है। साथ ही ब्रिटेन औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी (MHRA) के आकलन का परिणाम भी मांगा है।

    एसईसी ने हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक से देश में वर्तमान में जारी तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण की सुरक्षा एवं प्रभाविता संबंधी डाटा पेश करने को कहा है, ताकि इस पर आगे विचार किया जा सके। भारत बायोटेक ने स्वदेश में निर्मित कोरोना का टीका कोवैक्सिन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी देने के लिए भारत के दवा महानियंत्रक (DCGI) के पास सात दिसंबर को आवेदन दिया था। वहीं पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड के लिए छह दिसंबर को मंजूरी मांगी थी। फाइजर ने अपने टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए चार दिसंबर को आवेदन दिया था।