सबरीमाला के भगवान अयप्पा मंदिर जाने के लिए ये शर्त करनी होगी पूरी
सबरीमाला के भगवान अयप्पा मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना निगेटिव होने का आरटी-पीसीआर टेस्ट का सर्टिफिकेट जरूरी होगा। 26 दिसंबर से लागू होने वाली इस व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को तीर्थयात्रा से 48 घंटा पहले तक का सर्टिफिकेट रखना होगा।

तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। सबरीमाला के भगवान अयप्पा मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना निगेटिव होने का आरटी-पीसीआर टेस्ट का सर्टिफिकेट जरूरी होगा। 26 दिसंबर से लागू होने वाली इस व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को तीर्थयात्रा से 48 घंटा पहले तक का सर्टिफिकेट रखना होगा। इस सर्टिफिकेट के बिना किसी को मंदिर की पहाड़ी पर चढ़ने की इजाजत नहीं होगी। यह जानकारी मंदिर का प्रबंधन देखने वाले त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के अध्यक्ष एन. वसु ने रविवार को दी। यह निर्णय केरल हाई कोर्ट के एक हालिया फैसले के संदर्भ में लिया गया है।
तीर्थयात्रा के 48 घंटे पहले तक की ही जांच रिपोर्ट मान्य
कोर्ट ने रोजाना तीर्थयात्रियों की संख्या भी बढ़ा कर 5000 कर दी है। मंदिर 26 दिसंबर को मंडला पूजा के बाद बंद कर दिया जाएगा, जो 31 दिसंबर को मकरविलाक्कु पूजा के लिए 31 दिसंबर को खुलेगा और फिर 20 जनवरी को बंद हो जाएगा। कोरोना महामारी के बाद यहां यह पहली वार्षिक तीर्थयात्रा होगी। 15 दिसंबर को जारी संशोधित गाइडलाइन के मुताबिक सबरीमाला में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। इस बीच, तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाए जाने के मद्देनजर कोरोना संक्रमण का आशंकित प्रसार रोकने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सबरीमाला तथा इसके आधार शिविर में एंटीजन टेस्टिंग तेज कर दी है।
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