'दुश्मन के लिए नतीजे विनाशकारी होते', भारतीय DGMO ने खोला ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा राज; बताया इंडियन नेवी का क्या था 'प्लान'
भारतीय सेना के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि मई में हुए चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान भारतीय नौसेना अरब सागर में कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार थी, जिसके बाद पाकिस्तान ने युद्धविराम की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने लक्ष्य तय कर लिए थे और तीनों सेनाएं एकजुट होकर काम कर रही थीं।

ऑपरेशन सिंदूर के वक्त अरब सागर में तैनात थी भारतीय नौसेना (फोटो सोर्स- एएनआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सेना के महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने मंगलवार को बताया कि मई में हुए चार दिन के सैन्य संघर्ष के दौरान भारतीय नौसेना भी पूरी तरह तैयार थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जब हालात बिगड़ते देखे, तो उसने ही युद्धविराम की गुहार लगाई।
संयुक्त राष्ट्र के ट्रूप कंट्रीब्यूटिंग कंट्रीज (UNTC) चीफ्स कॉन्क्लेव में बोलते हुए ले. जनरल घई ने कहा, "भारतीय नौसेना पूरी तरह सक्रिय थी। यह बात शायद कम लोग जानते हैं कि नौसेना अरब सागर में पहुंच चुकी थी और कार्रवाई के लिए तैयार थी।" उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ने पीछे हटने से इनकार किया होता, तो नतीजे बहुत विनाशकारी हो सकते थे।
भारत ने लक्ष्य कर लिए थे तय
उन्होंने कहा, "अगर दुश्मन ने हालात को और आगे बढ़ाया होता तो उसे समुद्र ही नहीं बल्कि कई और मोर्चों से भी जवाब मिलत।" घई ने बताया कि 22 अप्रैल से लेकर 6-7 मई की रात तक भारत अपने लक्ष्यों को तय कर रहा था और सीमाओं पर एहतियाती तैनाती की गई थी ताकि दुश्मनडर में रहे।
#WATCH | Delhi | Director General Military Operations Lt Gen Rajiv Ghai says, "The Indian Navy was also in action... The Navy had sailed into the Arabian Sea and when the DGMO spoke, they were very well poised. Had the enemy decided to take it any further, it could have been… pic.twitter.com/lK5dhQkHY6
— ANI (@ANI) October 14, 2025
DGMO ने कहा कि सेना, वायुसेना और सरकारी एजेंसियां पूरी तरह एकजुट होकर काम कर रही थीं। साथ ही, सूचना युद्ध के मोर्चे पर भी भारत सक्रिय था। उन्होंने बताया कि भारत की रणनीति में अब बड़ा बदलाव आया है।
पीएम मोदी का साफ संदेश
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि आतंकवादी हमले अब युद्ध माना जाएगा और उसका निर्णायक जवाब दिया जाएगा। भारत किसी भी परमाणु धमकी के आगे नहीं झुकेगा और आतंकियों और उनके समर्थकों में कोई फर्क नहीं किया जाएगा।
96 दिनों के बाद मारे गए तीनों आतंकी
गृह मंत्री अमित शाह ने जुलाई में संसद में बताया था कि पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को ऑपरेशन महादेव में मार गिराया गया। ले. घई ने कहा, "हमने उन्हें 96 दिनों तक पीछा किया और आखिरकार न्याय मिला। जब वे मारे गए तो ऐसा लग रहा था जैसे वे थक चुके हों और भूखे-प्यासे हों। लेकिन, आखिरकार न्याय हुआ।"
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