प्रताप सिंह बाजवा पर FIR को लेकर बचाव में उतरी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी पर डराने-धमकाने का आरोप
पंजाब कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के ग्रेनेड संबंधी बयान पर एफआईआर दर्ज होने और आतंकी समूहों से संबंध के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश और मनीष तिवारी ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि बाजवा ने अपने परिवार को आतंकवाद में खोया है और ऐसी कार्रवाई कांग्रेस को चुप नहीं करा सकती।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ग्रेनेड वाले बयान पर घिरे पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ पंजाब सरकार की ओर से एफआईआर दर्ज कराने और उनके आतंकी समूहों के साथ संबंधों को लेकर लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
पार्टी के महासचिव और संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि बाजवा की चेतावनी को गंभीरता से लेने के बजाय राज्य सरकार ने अब उनके खिलाफ की कार्रवाई कर रही है, इससे साफ होता है कि भ्रष्ट आम आदमी पार्टी का नेतृत्व घबराया हुआ है। यही वजह है कि वह चेतावनी पर संज्ञान लेने के बजाय बाजवा को डराने-धमकाने में जुटा है।
आप सरकार की कार्रवाई पर कांग्रेस का पलटवार
जयराम रमेश ने जारी अपने बयान में कहा कि बाजवा पर आतंकी समूहों से संबंध के आरोप लगाने के पहले उन्हें यह जानना चाहिए कि उन्होंने खुद आतंकवाद में अपने परिजनों को खोया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में शासन व कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। ऐसी कार्रवाई से कांग्रेस पार्टी को चुप नहीं कराया जा सकता है। वह राज्य में जनता की आवाज को मजबूती से उठाती रहेगी।
इस बीच कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी बाजवा के खिलाफ कार्रवाई को अनुचित बताया और कहा कि वे अनुभवी नेता है। पांच दशक से अधिक समय से देश की सेवा में लगे है। उन्होंने आतंकी हमले में अपने पिता को खोया है।
बाजवा के समर्थन में उतरे मनीष तिवारी
मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार को उनकी चिंताएं जानने के लिए रचनात्मक तरीके से बातचीत करनी चाहिए थी। लोकतंत्र में हमें एक दूसरे से बात करनी चाहिए, न कि एक दूसरे पर हमला करना चाहिए। गौरतलब है कि बाजवा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि पंजाब में 50 ग्रेनेड तस्करी कर लाए गए है, इनमें से 16 ग्रेनेड फट चुके है।
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