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    Justin Trudeau Resign: 'ट्रूडो के इस्तीफे से सुधरेंगे भारत-कनाडा के रिश्ते', कांग्रेस बोली- मूर्खता भरी नीतियों वाला था कार्यकाल

    कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा इस्तीफे की पेशकश के बाद अब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने उनके कार्यकाल को मूर्खतापूर्ण नीतियों वाला बताया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ट्रूडो के इस्तीफे से भारत और कनाडा के रिश्ते ज्यादा मजबूत होंगे। आपको बता दें कि जस्टिन ट्रूडो 2015 से सत्ता पर काबिज हैं। लेकिन उन्हें अंदरुनी कलह का सामना करना पड़ रहा था।

    By Jagran News Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Tue, 07 Jan 2025 08:26 AM (IST)
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    कनाडा में शुरू हुई नये प्रधानमंत्री कैंडिडेट की तलाश (फोटो: रॉयटर्स)

    एएनआई, नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है। सिर्फ कनाडा ही नहीं, भारत में भी इसे लेकर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने भी इस पर टिप्पणी की।

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    अभिषेक मनु सिंघवी ने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल को मूर्खता भरी नीतियों वाला बताया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ट्रूडो का इस्तीफा भारत और कनाडा के रिश्तों के लिए शांति का अग्रदूत साबित होगा।

    सिंघवी ने किया पोस्ट

    अभिषेक मनु सिंघवी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, 'जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा कनाडा और उसके वैश्विक संबंधों के लिए बहुत जरूरी है। उनका कार्यकाल घरेलू मोर्चे पर मूर्खतापूर्ण नीतियों वाला और कट्टरपंथी तत्वों के लिए नरम रुख रखने वाला था। हमें उम्मीद है कि उनके जाने से भारत-कनाडा के रिश्ते मजूबत और अधिक सम्मानजनक होंगे।'

    जस्टिन ट्रूडो देंगे इस्तीफा

    ट्रूडो ने सोमवार को एलान किया कि जैसे ही किसी नये कैंडिडेट को चुन लिया जाता है, वह लिबरल पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से प्रधानमंत्री पद के लिए नया उम्मीदवार चुनने को कहा है।

    ट्रूडो के इस्तीफे से बदलेगी कनाडा की राजनीति

    (फोटो: एपी)

    जस्टिन ट्रूडो ने कहा, 'पार्टी द्वारा अगला नेता चुने जाने के बाद मैं पार्टी लीडर और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। अगर मुझे अंदरुनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है, तो मैं अच्छा उम्मीदवार नहीं हो सकता। मैंने लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से प्रधानमंत्री पद के लिए नये उम्मीदवार की तलाश करने को कहा है।'

    ट्रूडो का इस्तीफा लंबे वक्त से चले आ रहे संसदीय गतिरोध के बाद आया है, जो कनाडा के इतिहास का सबसे लंबा सत्र रहा है। उन्होंने गवर्नर जनरल को सदन का सत्रावसान 24 मार्च कर करने की सलाह दी है, जिससे संसद के नये सत्र को शुरू किया जा सके।

    हमने इस देश के लिए काम किया है। हम एक महत्वपूर्ण दौर में हैं। मैं एक फाइटर हूं। मेरे शरीर की हर हड्डी मुझे लड़ने के लिए कहती है, क्योंकि मुझे कनाडा के लोगों की परवाह है। लेकिन फैक्ट ये है कि काम में अपने बेस्ट देने के बावजूद संसद कई महीनों से ठप पड़ी है और अल्पमत सरकार का यह सबसे लंबा सत्र हो चुका है।

    - जस्टिन ट्रूडो

    ट्रूडो ने जताया आभार

    • 2015 से कनाडा की सत्ता पर काबिज जस्टिन ट्रूडो ने अपने परिवार के प्रति आभार जताया है। साथ ही उन्होंने यह भी जता दिया कि अंदरुनी कलह के चलते पार्टी अब उन्हें लीड नहीं करने देगी।
    • ट्रडो के इस्तीफे की पेशकश के बाद अब लिबरल पार्टी नये उम्मीदवार की तलाश शुरू करेगी। इस रेस में कई नाम पहले से चल रहे हैं, जिसमें अनीता आनंद, क्रिस्टिया फ्रीलैंड और मार्क कार्नी शामिल हैं। कनाडा की राजनीति में ट्रूडो का इस्तीफा बड़ा बदलाव लेकर आ सकता है।

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