2014 के बाद कांग्रेस को लगे बड़े सियासी झटके, अब तक इन दिग्गज नेताओं ने छोड़ा पार्टी का साथ
2014 के बाद कांग्रेस पार्टी को कई बड़े झटके लगे हैं, क्योंकि कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। इन नेताओं के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस की ...और पढ़ें

कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके नेता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओडिशा के पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम ने सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र को सार्वजनिक करने पर निष्कासित कर दिया। इस पत्र में उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए और मोकिम पर भाजपा की सोच से प्रभावित होकर काम करने का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।
हालांकि, यह पहली बार नहीं हुआ है कि कांग्रेस से कोई नेता निष्कासित हुआ है या खुद पार्टी छोड़कर चला गया है। साल 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार आने के बाद से अब तक कई कांग्रेसी नेताओं ने पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए या किसी और पार्टी में चले गए। इन नेताओं के चले जाने से सबसे ज्यादा खामियाजा पार्टी को ही भुगतना पड़ा है।
दरअसल, कांग्रेस में असहमति को दबाने का इतिहास पुराना है। साल 2020 में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में सामूहिक और पारदर्शी नेतृत्व की मांग करने वाले 23 नेताओं (G-23) के साथ भी यही हुआ। कुछ नेताओं को निष्कासित किया गया, जबकि कई ने निराश होकर खुद पार्टी छोड़ दी।
पिछले 11 वर्षों में कौन-कौन से बड़े नेता कांग्रेस से अलग हुए?
- हिमंता बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी शामिल हो गए। उन्होंने साल 2015 में बीजेपी का दामन थामा, तब से नार्थ ईस्ट में बीजेपी मजबूत होती गई और धीरे-धीरे कांग्रेस हाशिए पर जाती रही। वर्तमान समय में हिमंता बिस्वा सरमा असम के मुख्यमंत्री हैं। इसके अलावा, मणिपुर को छोड़कर लगभग हर राज्य में बीजेपी या एनडीए की सरकार है।
- मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च, 2020 में पार्टी छोड़ी थी। उन्होंने न सिर्फ पार्टी से त्यागपत्र दिया था, बल्कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार भी गिरा दी थी। इस समय मध्य प्रदेश में कांग्रेस हाशिए पर जाती हुई नजर आ रही है, क्योंकि साल 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। वहीं लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया। राज्य की 29 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।
- उत्तर प्रदेश के पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से सांसद जितिन प्रसाद भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं। उन्होंने साल 2021 में बीजेपी का दामन थामा था। वर्तमान में जितिन प्रसाद भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री के पद पर कार्यरत हैं। बात करें यूपी में कांग्रेस के अस्तित्व की तो विधानसभा में 2 विधायक हैं, जबकि लोकसभा में सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने पर 6 सीटों पर जीत हासिल की थी। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की पकड़ बिना साथी के न के बराबर है।
- पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। सीएम पद से हटाने के बाद नाराज चल रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवंबर, 2021 में कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने खुद की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी बनाई। हालांकि, कुछ दिनों बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया।
- सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील कपिल सिब्बल ने भी कांग्रेस पार्टी को मई, 2022 में छोड़ दिया था। वर्तमान समय में वह समाजवादी पार्टी के सहयोग से राज्यसभा के सदस्य हैं।
- कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाब नबी आजाद ने भी कांग्रेस की कार्यशैली और नेतृत्व पर सवालिया निशान खड़ा किया था। उन्होंने अगस्त, 2022 में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी का गठन किया था।
- महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे मिलिंद देवरा ने भी कांग्रेस छोड़कर जनवरी, 2024 में शिवसेना (शिंदे गुट) को जॉइन कर लिया। वर्तमान समय में वे राज्यसभा सांसद हैं।
कांग्रेस पर क्या असर पड़ा?
इन नेताओं के जाने से कांग्रेस कई राज्यों में और कमजोर होती गई। नॉर्थ ईस्ट, उत्तर प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पार्टी की राजनीतिक ताकत लगातार कम होती गई, जिसकी वजह से पार्टी धीरे-धीरे गठबंधनों पर निर्भर होती चली गई।

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