कांग्रेस ने मनरेगा में 935 करोड़ के घोटाले का लगाया आरोप, कार्रवाई की मांग की
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया में आई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा मनरेगा में 935 करोड़ रुपये का घोटाला होने की बात सामने आई है। यह ग्रामीण विकास मंत्रालय की सार्वजनिक हुई सूचना से पता चला है।

नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस ने मनरेगा (महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम) में 935 करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप लगाया है। कहा है कि बीते चार साल में हुए इस भ्रष्टाचार को रोक पाने में सरकार विफल रही है। इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया में आई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, मनरेगा में 935 करोड़ रुपये का घोटाला होने की बात सामने आई है। यह ग्रामीण विकास मंत्रालय की सार्वजनिक हुई सूचना से पता चला है। यह घोटाला ग्रामीण विकास मंत्रालय की सोशल आडिट यूनिटों के आडिट में सामने आया है। इसलिए सरकार मामले की जांच कराए और उसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे।
नहीं कराई जा रही सोशल आडिट
सरकार पर आरोप लगाते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि यूपीए सरकार के वक्त से हर छह महीने में मनरेगा की सोशल ऑडिट का प्रावधान बनाया गया था, लेकिन मोदी सरकार की नीयत ठीक नहीं होने के चलते सालों साल तक सोशल आडिट नहीं कराई जा रही है। उन्होंने इस सरकार में घोटाले की रकम की रिकवरी करने की भी नीयत नहीं है। 935 करोड़ के घोटाले में केवल 12.50 करोड़ रुपये ही सरकार रिकवर कर सकी।
कांग्रेस ने दिव्यांग कोटे की भर्तियां खत्म किए जाने को लेकर भी केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की
इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, असम राइफल्स, एसएसपी जैसे सशस्त्र सुरक्षा बलों में 4 फीसद दिव्यांग कोटे की भर्तियां खत्म किए जाने को लेकर भी केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इसी तरह सरकार ने पुलिस में महिलाओं के लिए निर्धारित कोटे की भर्तियां बंद कर रखी है, जिसके चलते 20 लाख 91 हजार पद खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है, दूसरी ओर महिलाओं का हक छीन रही है।
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