कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन की पूरी कहानी, बच्चों की मौत मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली श्रीसन कंपनी मध्य प्रदेश में 14 बच्चों की किडनी फेल होने से हुई मौत के बाद सवालों में है। जांच में पाया गया कि सिरप में जहरीला रसायन डायथिलीन ग्लाइकॉल था। मध्य प्रदेश पुलिस ने कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। तमिलनाडु और राजस्थान सरकार ने भी सिरप के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली श्रीसन कंपनी किडनी फेल होने के हुए बच्चों की मौत के बाद से लगातार सवालों के घेरे में है। मध्य प्रदेश में इस कफ सिरप को पीने के बाद 14 बच्चों की किडनी फेल होने से मौत हो गई थी, जिसके बाद कंपनी विवादों में घिर गई है।
एनडीटीवी प्रॉफिट के अनुसार, बच्चों की मौत का कारण बने कोल्ड्रिफ कफ सिरप को बनाने वाली श्रीसन कंपनी , 1990 में एक प्राइवेट कंपनी के रूप में शुरू हुई थी, जिसके बाद फिर से इसे एक प्रोपराइटरशिप के रूप में शुरू किया गया।
सैंपल में पाया गया जहरीला रसायन
बच्चों की मौत मामले में जांच के बाद राज्य सरकार ने कहा कि जांच किए गए सैंपल में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल, एक जहरीला रसायन था। मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई स्थित 'श्रीसन फार्मास्युटिकल मेकर' के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो अपने इंडियामार्ट पेज पर कफ सिरप, प्रोटीन पाउडर, फार्मास्युटिकल सिरप और हर्बल चाइल्ड ग्रोथ सिरप का व्यापारी होने का दावा करती है।
1990 में शुरू हुई कंपनी
दिलचस्प बात यह है कि कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के दस्तावेजों के अनुसार, श्रीसन फार्मास्युटिकल्स नाम की एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी थी, जिसके एक निदेशक का नाम 'रंगनाथन गोविंदराजन' था।
एमसीए के दस्तावेजो के अनुसार, इस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की स्थापना 1990 में हुई थी, लेकिन रजिस्ट्रर से इसे हटा दिया गया था। आमतौर पर, कंपनियों का रजिस्ट्रर से तब नाम हटा दिया जाता है जब वे नियमित रूप से रेगूलेटरी फाइल जमा नहीं करतीं।
इस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पते और इंडियामार्ट और उत्पाद की पैकेजिंग पर दिए गए पते अलग-अलग हैं, लेकिन चेन्नई के एक ही इलाके में हैं।
कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले अब तक क्या हुआ?
मध्य प्रदेश पुलिस ने दवा लिखने वाले डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है और दवा बनाने वाली कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार को कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री, भंडारण और वितरण पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
तमिलनाडु सरकार ने सिरप के इस्तेमाल पर लगाई रोक
सिरप के खतरों की रिपोर्ट आने के बाद, तमिलनाडु सरकार ने भी पुष्टि की कि नमूने दूषित थे। स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। तेलंगाना के औषधि नियंत्रण प्रशासन ने भी एक जन स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है, जिसमें राज्य के निवासियों को कोल्ड्रिफ सिरप का उपयोग न करने या बंद करने की चेतावनी दी गई है।
राजस्थान में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर रोक
राजस्थान प्रशासन ने भी इस दवा पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने भी तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित इसके विनिर्माण संयंत्र की जांच शुरू कर दी है। यह इस दवा के वितरण का पता लगाने के लिए राज्य औषधि नियामकों के साथ सहयोग कर रहा है।
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