पहाड़ों पर बर्फबारी, निचले इलाकों में बारिश से बढ़ी ठंड
वादी में कई दिनों से मौसम के मिजाज तीखे बने हुए हैं। वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों के साथ निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
संवाद सहयोगी, श्रीनगर। वादी में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम के मिजाज तीखे होते जा रहे हैं। शनिवार को पहलगाम समेत उच्च पर्वतीय इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई। जबकि निचले इलाकों में जबरदस्त बारिश शुरू हो गई, जिससे वादी में ठंड की तीव्रता और बढ़ गई। मौसम विभाग की मानें तो आठ मई तक मौसम खलनायक बना रहेगा।
गौरतलब है कि वादी में कई दिनों से मौसम के मिजाज तीखे बने हुए हैं। वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों के साथ निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। शुक्रवार व शनिवार को मौसम के मिजाज कुछ और तीखे हो गए। उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी जबकि निचले इलाकों में बारिश और तेज हो गई। पहलगाम, महागुंस टॉप, पवित्र गुफा, हिरपोरा शोपियां, अफरवट सोनमर्ग व यूसमर्ग में दिनभर रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही।
सूचना के अनुसार, इन इलाकों में 4-7 इंच ताजा बर्फ की चादर बिछ गई है। श्रीनगर समेत सभी निचले इलाकों में शनिवार तड़के से बारिश हो रही है। अधिकांश इलाकों में बारिश का पानी जमा हो गया है। ताजा बर्फबारी से तापमान जो पहले ही सामान्य से नीचे चल रहा था, में कुछ और गिरावट आ गई, जिसके चलते पूरी वादी ठंड की चपेट में आ गई है। आलम यह है कि अधिकांश लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों और गर्मी पहुंचाने वाले उपकरणों का सहारा लेने पर मजबूर हो गए हैं।
श्रीनगर में अधिकतम तापमान सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस नीचे 10.5 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के उप निदेशक जीआर जरगर ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव आठ मई तक रहने की संभावना है, जिससे वादी के अधिकांश इलाकों में हल्की बर्फबारी व बारिश हो सकती है। इस बीच तापमान में भी गिरावट आ सकती है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2004 में भी 29 अप्रैल को वादी में बर्फबारी हुई थी। उच्च पर्वतीय इलाकों के साथ निचले इलाकों में बर्फ की चादर बिछ गई थी।
श्रीनगर-जम्मू हाईवे खुला रहा, मुगल रोड बंद
खराब मौसम के बावजूद वादी को देश के अन्य हिस्सों से जोडऩे वाला श्रीनगर-जम्मू हाईवे शनिवार को एकतरफा खुला रहा। इस बीच वाहन जम्मू से श्रीनगर के लिए रवाना होते रहे। एतिहासिक मुगल रोड यातायात के लिए बंद रहा। संबंधित अधिकारियों के अनुसार पीर की गली के निकट हुई बर्फबारी के चलते इसे यातायात के लिए बंद करना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार बर्फबारी का सिलसिला थमने के बाद सड़क से बर्फ हटाने का काम शुरू किया जाएगा और फिर इसे यातायात योग्य बनाया जाएगा। गौरतलब है कि सड़क को कुछ दिन पहले यातायात के लिए खोल दिया गया था।
वहीं,शनिवार को श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर दरबार से जुड़े वाहनों को जम्मू से श्रीनगर के लिए रवाना किया गया। रविवार को भी दरबार से जुड़े वाहनों को जम्मू से श्रीनगर की ओर रवाना किया जाएगा। जबकि श्रीनगर से किसी भी वाहन को जम्मू जाने की अनुमति नहीं होगी।
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