टेलर राजा, शाहजहां... 26 सालों तक नाम बदलकर पुलिस को देता रहा चकमा; कैसे पकड़ा गया कोयंबटूर बम धमाके का मास्टरमाइंड?
सादिक कोयंबटूर का रहने वाला है और वह कई नामों का इस्तेमाल करता है जिनमें राजा टेलर राजा वलारंता राजा शाहजहां अब्दुल माजिद मकानदार और शाहजहां शेख शामिल हैं। वह 1996 में कोयंबटूर पेट्रोल बम हमले जिसमें जेल वार्डन बूपालन की मौत हो गई थी 1996 में नागोर में हुए सईता हत्याकांड और 1997 में मदुरै में जेलर जयप्रकाश की हत्या का भी आरोपित है।
पीटीआई, चेन्नई। तमिलनाडु पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गुरुवार को कहा कि उसने 1998 के कोयंबटूर बम विस्फोट मामले के एक प्रमुख आरोपित सादिक को गिरफ्तार कर लिया है। इस विस्फोट में 58 लोग मारे गए थे और 250 अन्य घायल हुए थे।
कोयंबटूर बम विस्फोट के अलावा वह पूरे तमिलनाडु में सांप्रदायिक हत्या के मामलों में भी आरोपित है। वह 26 वर्षों से फरार था और 1996 के बाद से उसे कभी गिरफ्तार नहीं किया गया।
कई बार बदला नाम बदलता रहा नाम
एटीएस ने कहा कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकवाद रोधी दस्ते और कोयंबटूर सिटी पुलिस की एक टीम ने कर्नाटक के विजयपुरा जिले से सादिक को गिरफ्तार किया। सादिक कोयंबटूर का रहने वाला है और वह कई नामों का इस्तेमाल करता है, जिनमें राजा, टेलर राजा, वलारंता राजा, शाहजहां अब्दुल माजिद मकानदार और शाहजहां शेख शामिल हैं।
वह 1996 में कोयंबटूर पेट्रोल बम हमले, जिसमें जेल वार्डन बूपालन की मौत हो गई थी, 1996 में नागोर में हुए सईता हत्याकांड और 1997 में मदुरै में जेलर जयप्रकाश की हत्या का भी आरोपित है।
एटीएस ने कहा कि हाल के दिनों में आतंकवाद रोधी दस्ते ने कोयंबटूर सिटी पुलिस के साथ मिलकर वांछित अपराधी अबूबकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली उर्फ यूनुस को आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या जिले से गिरफ्तार किया है। कर्नाटक के विजयपुरा जिले से सादिक की गिरफ्तारी आतंकवाद से जुड़े मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपित की तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है।
इस गिरफ्तारी के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आतंकवाद रोधी दस्ते और खुफिया अधिकारियों की सराहना की। स्टालिन ने कहा कि इससे एक बार फिर साबित होता है कि आंतरिक सुरक्षा के मामले में तमिलनाडु देश में सबसे आगे है।
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