CISF की तटीय साइक्लोथॉन ने पूरी की आधी यात्रा, गुरुवार को मुंबई में होगा समारोह
गुजरात के लखपत फोर्ट से शुरू हुआ सीआईएसएफ कोस्टल साइक्लोथॉन -2025 गुरुवार को मुंबई पहुचेगा। इसके साथ ही इसकी आधी दूरी पूरी हो जाएगी। यह ऐतिहासिक यात्रा का आयोजन तटीय सुरक्षा के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए की गई है। सीआईएसएफ का कोस्टल साइक्लोथॉन -2025 की यात्रा एक अप्रैल को कन्याकुमारी में पूरी होगी। अभी तक इस यात्रा ने अपना आधा सफर तय किया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सात मार्च को गुजरात के लखपत फोर्ट से शुरू हुआ सीआईएसएफ का कोस्टल साइक्लोथॉन -2025 गुरुवार को मुंबई पहुंच कर आधी दूरी पूरी कर लेगा। साइक्लोथॉन 6553 किलोमीटर की दूरी तय एक अप्रैल को कन्याकुमारी में संपन्न होगा।
सीआईएसएफ के अनुसार यह ऐतिहासिक यात्रा का आयोजन तटीय सुरक्षा के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए की गई है। इस दौरान अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर मछुआरे समुदायों से समुद्र के जरिए ड्रग्स, हथियार और विस्फोटकों की तस्करी जैसी संभावित धमकियों पर नजर रखने की अपील की जा रही है।
कई मछुआरा समुदायों का समर्थन मिला
सीआईएसएफ बल के सदस्य स्थानीय समुदायों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए सार्वजनिक इंटरएक्शन कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिससे सुरक्षा नेटवर्क मजबूत हो सके।
इन कार्यक्रमों में पश्चिमी तट पर खारवा और कोली मछुआरा समुदायों और पूर्वी तट पर कैबर्ता, नोली, जलरीपेटा, ठोता वेदी, और एगुवापेटा मछुआरा समुदायों का उत्साही समर्थन प्राप्त हुआ है। इन वार्तालाप के माध्यम से इन समुदायों को अपने तटीय जीवन के अनुभवों और उनके जीविकोपार्जन पहलुओं को साझा करने का एक मंच मिला।
लोगों ने भी साथ में चलाई साइकिल
देश की तटीय सीमाओं पर इन समुदायों की अहम भूमिका को देखते हुए, इन्हें तट प्रहरी के रूप में सम्मानित किया गया। इन कार्यक्रमों के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसमें तटीय समुदायों की विविधता और संस्कृति को प्रदर्शित किया गया। युवा, विशेष रूप से स्कूल के बच्चे, बड़ी संख्या में शामिल हुए और बहुत से लोगों ने साइकल चालकों के साथ कुछ दूरी तक साइकिल चलाकर इस अभियान का समर्थन किया।
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