महाराष्ट्र के पालघर में क्लोरीन गैस रिसाव से युवक की मौत, फायरमैन समेत 18 अस्पताल में भर्ती
महाराष्ट्र के पालघर जिले के तारापुर औद्योगिक क्षेत्र में क्लोरीन गैस रिसाव से एक युवक की मृत्यु हो गई और एक दमकलकर्मी समेत 18 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। गैस रिसाव के बाद इलाके में दहशत फैल गई, जिसके बाद दमकल और पुलिस की टीम ने बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पालघर में क्लोरीन गैस लीक (सांकेतिक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई शहर में मंगलवार सुबह अचानक क्लोरीन गैस के रिसाव से अफरातफरी मच गई। गैस रिसाव के कारण वहां मौजूद लोगें को सांस लेने में दिक्कते आए लगी। इस दौरान एक युवक की मौत हो गई। वहीं, 18 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दरअसल, पालघर जिले के वसई शहर में मंगलवार को एक पुराने सिलेंडर से क्लोरीन गैस लीक होने से 59 साल के एक आदमी की मौत हो गई और पांच फायर ब्रिगेड कर्मियों समेत 18 अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में भर्ती लोगों में एक लड़का, दो टीनएज लड़कियां और पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
कब की है घटना?
रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर सुभाष बागड़े, जो डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के CEO भी हैं, उन्होंने बताया कि यह घटना मंगलवार दोपहर करीब 3.30 बजे दीवानमन श्मशान घाट के पास एक पानी की टंकी के पास चल रहे कुछ काम के दौरान हुई।
10-15 साल पुराना था सिलेंडर
उन्होंने बताया कि 10 से 15 साल पुराना एक क्लोरीन सिलेंडर अपने वाल्व से लीक होने लगा, जिससे आसपास के इलाके में जहरीला धुआं निकलने लगा। सनसिटी फायर स्टेशन से फायर ब्रिगेड कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और लीक को बंद करने की कोशिश की। लेकिन इस दौरान उनमें से कई लोगों को गैस सांस के जरिए अंदर चली गई।
19 लोग प्रभावित
रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर सुभाष बागड़े ने बताया कि कुल 19 प्रभावित लोगों को तीन अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया। लेकिन कोशिशों के बावजूद, देव कांतिलाल पारदीवाल, जो तेज धुएं के संपर्क में आए थे, उनकी अस्पताल में मौत हो गई। वहीं, उनकी पत्नी मनीषा (55) का दूसरे अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में इलाज चल रहा है।
ये फायरमैन प्रभावित
लोकल फायर स्टेशन इंचार्ज विजय राणे (53), फायरमैन कल्पेश पाटिल (41) और कुणाल पाटिल (28), और ड्राइवर प्रमोद पाटिल (43) और सचिन मोरे को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि उनमें से मोरे को बाद में छुट्टी दे दी गई। । उन्होंने बताया कि दो और फायरमैन - स्वप्निल धग और पंकज सातवी - ने लीक हो रहे सिलेंडर पर लगातार पानी छिड़ककर और स्प्रे करके गैस को फैलने से रोका और फिर उसे पास के तालाब में फेंक दिया।
अधिकारियों ने बताया कि कुछ अन्य घायल लोगों में प्रिया राठौड़ (14), अनीश सोलंकी (15), नाज़नीम डोगरिया (17), अंजलि राठौड़ (19), कांतिलाल मिस्त्री (75), पुष्पा मिस्त्री (72) और शांता सोलंकी (62) शामिल हैं। ये सभी एक ही इलाके के रहने वाले हैं और उनकी हालत स्थिर है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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