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    Chinese Spy Ship: चीनी जासूसी पोत ने बढ़ाई नौसेना अधिकारियों की चिंता, दो महीने में दूसरी बार भारतीय तट के पास दिखा जहाज

    दो महीने में दूसरा चीनी जासूसी पोत भारतीय तट के पास देखा गया। चीन की ओर से संभावित सैन्य खुफिया जानकारी एकत्र करने को लेकर नई दिल्ली की चिंता बढ़ गई है। एक भारतीय सुरक्षा अधिकारी ने कहा है कि जियांग यांग होंग-01 को सप्ताहांत में भारत के पूर्वी तट पर देखा गया था। पिछले महीने मालदीव के बंदरगाह पर इसी तरह का जहाज देखा गया था।

    By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Updated: Mon, 11 Mar 2024 08:48 PM (IST)
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    दो महीने में दूसरी बार भारतीय तट के पास दिखा चीनी जासूसी पोत। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    रॉयटर्स, नई दिल्ली। दो महीने में दूसरा चीनी जासूसी पोत भारतीय तट के पास देखा गया। चीन की ओर से संभावित सैन्य खुफिया जानकारी एकत्र करने को लेकर नई दिल्ली की चिंता बढ़ गई है। एक भारतीय सुरक्षा अधिकारी ने कहा है कि जियांग यांग होंग-01 को सप्ताहांत में भारत के पूर्वी तट पर देखा गया था।

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    पिछले महीने मालदीव के बंदरगाह पर इसी तरह का जहाज देखा गया था। दोनों का स्वामित्व चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय की इकाइयों के पास है। बीजिंग ने कहा कि यह जहाज केवल समुद्र-तल का सर्वे कर रहा है।

    भारतीय अधिकारियों को चिंता सता रही

    उन्होंने कहा है कि इसे लेकर किसी तरह की चिंता नहीं की जानी चाहिए। लेकिन भारतीय अधिकारियों को चिंता है कि क्रू सदस्य ऐसी जानकारियां भी इकट्ठा कर सकते हैं जो पनडुब्बी तैनाती सहित चीन की सेना के लिए उपयोगी हो सकती हैं।

    चीनी पोत बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में प्रवेश कर गया

    भू-स्थानिक खुफिया विशेषज्ञों के वैश्विक नेटवर्क द इंटेल लैब के एक शोधकर्ता डेमियन साइमन ने एक्स पर कहा था कि चीन का नया पोत बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में प्रवेश कर गया है। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा कि चीनी जहाज भारतीय तटीय शहर विजाग के दक्षिण-पूर्व में चल रहा था और सक्रिय निगरानी में था।

    श्रीलंका ने पिछले साल विदेशी अनुसंधान जहाजों पर रोक लगाई

    श्रीलंका ने पिछले साल विदेशी अनुसंधान जहाजों पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद मालदीव ने उन्हें अनुमति दी है। मालदीव का झुकाव चीन की ओर है। जनवरी में एक अमेरिकी थिंक टैंक ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि चीन की नौसेना के बढ़ते पनडुब्बी संचालन के लिए समुद्र की गहराई, धाराओं और तापमान का विस्तृत ज्ञान महत्वपूर्ण है।

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