Terrorism and China: आतंकवाद पर फिर सामने आया चीन का दोहरा चरित्र, UNSC मुंबई हमले के साजिशकर्ता साजिद मीर को बचाया
शंघाई सहयोग संगठन मुखियाओं की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ सभी सदस्य देशों से सहयोग करने का वादा किया उसी दिन उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में मुंबई हमले के प्रमुख साजिशकर्ता साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। चीन ने जिस दिन समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) मुखियाओं की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ सभी सदस्य देशों से सहयोग करने का वादा किया, उसी दिन उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में मुंबई हमले के प्रमुख साजिशकर्ता साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया। यह प्रस्ताव भारत व अमेरिका की तरफ से लाया गया था।
आतंकवाद पर चीन की कथनी और करनी को लेकर इस तरह का बड़ा अंतर लगातार दिखता रहा है। दो महीने पहले ही चीन की वजह से ही यूएनएससी में जैश- ए-मोहम्मद के आतंकी रऊफ अजहर पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव भी गिर गया था।सूत्रों ने बताया है कि चीन का यह कदम पूरी तरह से उसके मित्र देश पाकिस्तान को शर्मिंदगी से बचाने के लिए किया गया है। चीन ने पिछले पांच-छह वर्षों के दौरान पाकिस्तान में शरण लेने वाले आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से बचाने में हरसंभव मदद की है। पहले जैश के मुखिया मौलाना मसूद अजहर को और उसके बाद लश्करे-तैयबा के आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को बचाता रहा है।
जैश सरगना मसूद अजहर पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगने के बाद चीन ने उसे तीन वर्षों तक बचाया। इस बारे में चीन उल्टा तर्क देता है कि आतंकवाद के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। भारत ने पूर्व में कहा है कि पाकिस्तान पोषित आतंकियों को बचाने के लिए चीन के राजनीतिक प्रेरित कदमों से संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध लगाने वाली समिति के कामकाज पर असर पड़ रहा है। भारत की खुफिया एजेंसियों का कहना है कि साजिद मीर पाकिस्तान की सेना और मुंबई हमले के लिए योजना तैयार करने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के बीच की कड़ी रहा है।
2005 में उसने भारत की यात्रा भी की थी। उसने उन ठिकानों की रेकी की थी जिस पर बाद में पाकिस्तानी आतंकियों ने हमले किये। पाकिस्तान कई वर्षों तक इस बात से इन्कार करता रहा है कि मीर उसके यहां छिपा हुआ है, लेकिन अभी कुछ महीने पहले अचानक पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि मीर को गिरफ्तार किया गया है। लगभग 12 वर्षों तक साजिद मीर पाकिस्तान में रहकर भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। पूर्व में कई बार अमेरिका ने भी साजिद मीर जैसे आतंकियों के खिलाफ कदम न उठाने के लिए पाकिस्तान की निंदा की थी। अब वह गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन चीन उसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध से बचा रहा है।
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