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    CG Liquor Scam: पूर्व सीएम के बेटे चैतन्य बघेल तक कैसे पहुंचे 1000 करोड़ से भी अधिक रुपये? ईडी ने पेश की रिमांड रिपोर्ट

    Updated: Sun, 20 Jul 2025 02:00 AM (IST)

    छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान हुए 3200 करोड़ के शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी ने गिरफ्तार किया है। ईडी के अनुसार चैतन्य को शराब सिंडिकेट से एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली थी। यह गिरफ्तारी दुर्ग के कारोबारी लक्ष्मी नारायण उर्फ पप्पू बंसल के बयान पर आधारित है।

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    पूर्व सीएम के बेटे चैतन्य बघेल तक कैसे पहुंचे 1000 करोड़ से भी अधिक रुपये?

    जेएनएन, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में हुए 3,200 करोड़ के शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद ईडी ने कई तथ्य उजागर किए हैं।

    जांच एजेंसी का दावा है कि चैतन्य को शराब सिंडिकेट से एक हजार करोड़ रुपये से अधिक कैश हैडलिंग (नकदी प्रबंधन) के लिए मिले हैं। कोर्ट में पेश ईडी की रिमांड रिपोर्ट के मुताबिक चैतन्य की गिरफ्तारी उनके पिता के करीबी दुर्ग के कारोबारी लक्ष्मी नारायण उर्फ पप्पू बंसल के बयान के आधार पर की गई है। इसी में उसने स्वीकार किया कि शराब सिंडिकेट से चैतन्य को 1,000 करोड़ रुपये से अधिक मिले हैं।

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    कहां होती थी रकम की गिनती

    उक्त रकम की गिनती अनवर ढेबर के फाफाडीह स्थित होटल में होती थी। इसके बाद अनवर ढेबर और नीतेश पुरोहित के जरिए पैसा चैतन्य के पास जाता था। चैतन्य के निर्देश पर ही राशि का एक हिस्सा प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल को दिया गया।

    रामगोपाल पिछले दो साल से लापता है। ईडी का आरोप है कि चैतन्य ने शराब घोटाले से हुई आय को विभिन्न माध्यमों से निवेश किया और उक्त आपराधिक धन को निष्कलंक संपत्ति बनाने की कोशिश की।

    ED ने इस बात पर भी जताया शक

    ईडी के अनुसार चैतन्य की ओर से कुछ प्रतिष्ठान को ऋण देना तो बताया गया, मगर यह नहीं बताया गया कि उसके पास रकम कैसे और किस स्त्रोत से आई। जिस व्यक्ति, प्रतिष्ठान को ऋण देना बताया गया, उसने ऋण के बदले चैतन्य के प्रोजेक्ट में संपत्ति खरीदी। इससे भी शक गहराया।

    बता दें कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में भूपेश बघेल सरकार में आबकारी मंत्री रहे कोंटा विधायक कवासी लखमा 15 जनवरी से और पूर्व आइएएस अनिल टूटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर डेढ़ साल से जेल में बंद हैं। सिंडिकेट से जुड़े लोगों ने झारखंड में भी शराब घोटाले को अंजाम दिया।

    पप्पू बंसल को क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही ईडी : भूपेश

    चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से प्रदेश कांग्रेस अक्रामक हो गई है। शनिवार को पीसीसी मुख्यालय में हुई बैठक में 22 जुलाई को छत्तीसगढ़ बंद व आर्थिक नाकेबंदी कर चक्काजाम करने का निर्णय लिया गया।

    बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि चैतन्य की गिरफ्तारी पूरी तरह असंवैधानिक है। जिस पप्पू बंसल के बयान पर मेरे बेटे की गिरफ्तारी की गई, उसके खिलाफ ही गैर जमानतीय गिरफ्तारी वारंट जारी है और वह बेखौफ ईडी के दफ्तर में घूम रहा है। आखिर ईडी बंसल को क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है?

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