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    Chennai News: एनकाउंटर में मारा गया चेन स्नेचर, फ्लाइट से दिल्ली जाने की फिराक में था; यूपी से है लिंक

    चेन्नई में एक चेन स्नेचर की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई। पुलिस ने चेन स्नेचर को उसके साथी के साथ एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था जब वो कथित तौर पर चेन्नई से दिल्ली भागने की कोशिश कर रहा था। इसके बाद सबूत जुटाने के दौरान आरोपी ने पुलिस पर हमला किया था जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

    By Agency Edited By: Prince Gourh Updated: Wed, 26 Mar 2025 11:03 AM (IST)
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    एनकाउंटर में मारा गया चेन स्नेचर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    आईएएनएस, चेन्नई। चेन स्नेचिंग के मामले में एक दिन पहले गिरफ्तार किए गए चेन स्नेचर को बुधवार सुबह चेन्नई के तारामणि रेलवे स्टेशन इलाके के पास पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया, जब वह भागने की कोशिश कर रहा था।

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    जुलाई 2024 में ए. अरुण के ग्रेटर चेन्नई पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से शहर में यह चौथी मुठभेड़ से संबंधित मौत है।

    पुलिस सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी 28 वर्षीय चेन स्नेचर जफर गुलाम हुसैन को मंगलवार को उसके साथी सूरज के साथ चेन्नई एयरपोर्ट पर नई दिल्ली के लिए उड़ान भरने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया गया था।

    पुलिस पर आरोपी ने किया था हमला

    कथित तौर पर दोनों शहर भर में कई चेन-स्नेचिंग की घटनाओं में शामिल थे। मुठभेड़ तब हुई जब पुलिस चोरी के आभूषण बरामद करने के लिए जाफर को तारामणि इलाके में ले गई। ऑपरेशन के दौरान, उसने कथित तौर पर इंस्पेक्टर बुहारी पर हमला किया और भागने की कोशिश की।

    जवाब में, पुलिस ने गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि जाफर 2020 से महाराष्ट्र के अधिकारियों द्वारा वांछित था और लगभग 50 चेन-स्नेचिंग मामलों में शामिल था।

    10 रुपये सोने के आभूषणों की चोरी की थी

    अपने साथी सूरज के साथ उसने चेन्नई के ईस्ट कोस्ट रोड (ईसीआर), अड्यार और बेसेंट नगर में सुबह की सैर करने वालों और पैदल चलने वालों को निशाना बनाता था और लगभग 10 लाख रुपये के सोने के आभूषण चुराए थे।

    यह घटना 5 जुलाई, 2024 को बीएसपी नेता के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के बाद से हुई पुलिस मुठभेड़ों की श्रृंखला में शामिल हो गई है। आर्मस्ट्रांग की हत्या के मुख्य आरोपी थिरुवेंगदम को उस समय गोली मार दी गई थी जब पुलिस उसे सबूत जुटाने के लिए माधवरम झील ले गई।

    किस-किस का हुआ एनकाउंटर?

    अधिकारियों के अनुसार, हथकड़ी हटाए जाने के बाद उसने अधिकारियों पर हमला करने का प्रयास किया था, जिससे उन्हें जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बाद, 60 से अधिक मामलों वाले एक जाने-माने हिस्ट्रीशीटर कक्कथोप बालाजी को व्यासरपडी में पुलिस दल ने गोली मार दी।

    एक अन्य हाई-प्रोफाइल मामले में चेन्नई पुलिस ने अंडरवर्ल्ड डॉन "सीजिंग" राजा को मार गिराया था, जिसे आंध्र प्रदेश में गिरफ्तार किया गया था और शहर वापस लाया गया था। उसने भी कथित तौर पर सबूत जुटाने के अभियान के दौरान अधिकारियों पर हमला करने की कोशिश की थी।

    मानवाधिकार आयोग ने मांगा स्पष्टीकरण

    इन लगातार एनकाउंटर्स ने राज्य मानवाधिकार आयोग (एसएचआरसी) का ध्यान खींचा है, जिसने आयुक्त ए. अरुण को स्पष्टीकरण के लिए तलब किया है। आयुक्त ने पिछले साल 7 जुलाई को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पहले कहा था कि पुलिस "उपद्रवियों से उसी भाषा में निपटेगी जिसे वे समझते हैं।"

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