Sushma Swaraj Birth Anniversary: दो प्रमुख संस्थानों का सुषमा स्वराज के नाम पर नामाकरण
Sushma Swaraj Birth Anniversary केंद्र सरकार ने प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर सुषमा स्वराज के नाम पर करने का ऐलान किया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेश में रहने वाले अपने मूल नागरिकों के साथ संपर्क को प्रतिध्वनित करने वाले सांस्कृतिक केंद्र प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम गुरुवार को पूर्व विदेश मंत्री के नाम पर सुषमा स्वराज भवन किया गया। भवन का नामाकरण दुनिया भर में संकट में फंसे भारतीयों से संपर्क साधने में संवेदना प्रदर्शित करने के लिए मशहूर रहीं पूर्व विदेश मंत्री के सम्मान में किया गया है।
इसके अलावा राजनयिकों को प्रशिक्षण देने वाले विदेश सेवा संस्थान का नाम भी सुषमा स्वराज विदेश संस्थान किया गया है। सरकार का यह फैसला उनकी 68वीं जयंती से एक दिन पहले सामने आया है।
Delhi: Pravasi Bhartiya Kendra has been re-named as Sushma Swaraj Bhawan. pic.twitter.com/Rx7jDFBoLm— ANI (@ANI) February 13, 2020
नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली पहली सरकार में विदेश मंत्रालय संभाल चुकीं स्वराज को सहानुभूति और भारतीय कूटनीति के मानवीय रुख प्रदर्शित करने के लिए जाना जाता है। पिछले वर्ष छह अगस्त को हृदय गति रुकने के बाद उनका निधन हो गया।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्विटर पर कहा कि संस्थानों का नया नाम देना हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहीं महान राजनीतिक हस्ती के प्रति उपयुक्त श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा, 'हम सभी पूरे अनुराग से श्रीमती सुषमा स्वराज को याद करते हैं। शुक्रवार को उनका 68वां जन्मदिवस है। विदेश मंत्रालय परिवार उनकी कमी महसूस करेगा।'
स्वराज ट्विटर पर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली विदेश मंत्री थीं। उन्हें विदेश में संकट में फंसे भारतीयों की मदद करने के लिए जाना जाता है। ट्विटर पर मदद की गुहार पर वह त्वरित प्रतिक्रिया देती थीं। यहां तक कि पूर्व विदेश मंत्री पाकिस्तान में भी लोकप्रिय थीं। भारत में इलाज के लिए वीजा मांगने वाले लोगों को वह त्वरित उत्तर देती थीं।
सुषमा स्वराज का छह अगस्त 2019 को 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। रात को घर पर उन्हें दिल का दौरा पड़ा फिर उन्हें दिल्ली के ही एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने इस दुनिया का अलविदा कहा। 2018 में ही सुषमा स्वराज ने कहा था कि वह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं।