Chandrayaan 3 की सफलता देखकर दंग रह गई दुनिया, एलन मस्क से लेकर NASA तक ने माना ISRO का लोहा
Chandrayaan 3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद दुनिया के हर कोने से इसरो और भारत को बधाई मिल रही है। नासा से लेकर स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क तक ने इसरो और भारत को बधाई देने में देरी नहीं की। दुनिया के कई उद्योगपतियों से लेकर मशहूर हस्तियों तक ने इसरो और भारत को बधाई दी है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Chandrayaan 3 Success। आखिरकार अंतरिक्ष क्षेत्र में दुनिया में भारत ने अपना लोहा मनवा लिया। बुधवार (24 अगस्त) को इसरो ने इतिहास रचते हुए एक ऐसा कारनामा किया है, जिसे दुनिया देखकर आश्चर्यचकित रह चुकी है।
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद दुनिया के हर कोने से इसरो और भारत को बधाई मिल रही है। नासा से लेकर स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क तक ने इसरो और भारत को बधाई देने में देरी नहीं की।
एलन मस्क ने दी बधाई
X (ट्विटर) हैंडल के सीईओ एलन मस्क ने बधाई देते हुए लिखा,"भारत को बधाई।" उन्होंने इस संदेश के साथ भारत के तिरंगे झंडे का एक इमोजी भी शेयर किया।
अविश्वसनीय क्षण: सुंदर पिचाई
गूगल और अलफाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने लिखा,"क्या अविश्वसनीय क्षण है!आज सुबह चंद्रमा पर Chandrayaan3 की सफल लैंडिंग के लिए बधाई हो इसरो। आज भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बन गया।"
सुंदर पिचाई के इस पोस्ट पर एलन मस्क ने रिप्लाई करते हुए लिखा,"सुपर कुल"
मून शॉट्स वर्क: बिल गेस्ट्स
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेस्ट्स ने इस मौके पर लिखा,"मून शॉट्स वर्क! चांद के दक्षिणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इसरो और भारत के वैज्ञानिकों को बधाई।
भारत ने छू लिया मील का पत्थर: सत्या नडेला
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने इसरो को बधाई देते हुए कहा,"अंतरिक्ष नवाचार में एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर छूने के लिए इसरो को बधाई।"
इम मिशन में भागीदार बनकर हम खुश हैं: नासा
नासा के प्रशासक बिल निलसन ने लिखा,"चंद्रयान-3 के चंद्र दक्षिणी ध्रुव लैंडिंग करने पर इसरो के बधाई। चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। हमें इस मिशन में आपका भागीदार बनकर हमें खुशी हो रही है!
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के दृढ़ संकल्प और विज्ञानियों के अथक प्रयासों का सुपरिणाम है कि 41 दिन लंबी यात्रा व दिल की धड़कन बढ़ा देने वाली लैंडिंग प्रक्रिया के बाद अंतत: चंद्रयान-3 मिशन से भारत चांद पर पहुंचने में सफल रहा।
लैंडर (विक्रम) के सफलतापूर्वक चांद पर उतरने के साथ हम विश्व में ऐसा करने वाले मात्र चौथे देश बन गए हैं, लेकिन इससे भी अधिक गौरवान्वित करने वाला तथ्य यह है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले हम विश्व के पहले देश हैं।
हमारे चंद्रयान में दुनिया के सबसे अच्छे सेंसर: इसरो प्रमुख
चंद्रयान की सफलता पर इसरो प्रमुख डॉ. एस सोमनाथ ने कहा," चंद्रयान-3 की सफलता ने मंगल पर जाने, वहां उतरने और भविष्य में शुक्र व अन्य ग्रहों पर जाने के लिए मिशन तैयार करने का आत्मविश्वास दिया है। चंद्रयान-3 मिशन को पूरा करना कठिन था। हम बहुत दर्द और पीड़ा से गुजरे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि चंद्रयान-2 के प्रमुख विज्ञानी चंद्रयान-3 टीम का हिस्सा रहे। चंद्रयान-3 में हमारे पास जो तकनीक है, वह चंद्रमा पर जाने वाली किसी भी अन्य तकनीक से कमतर नहीं है। बल्कि कम जटिल है। हमारे चंद्रयान में दुनिया के सबसे अच्छे सेंसर और अपनी श्रेणी के सर्वश्रेष्ठ उपकरण हैं। -