भारत बायोटेक के चेयरमैन को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा, कंपनी कर रही है कोवैक्सीन बनाने का काम
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि एला को कुछ समय पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के सशस्त्र कमांडो की सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्हें यह सुरक्षा जीवन रक्षक टीकों व अन्य चिकित्सकीय सामग्री के उत्पादन का नेतृत्व करने की उनकी मौजूदा भूमिका को देखते हुए दी गई है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोविड वैक्सीन का निर्माण कर रही भारत बायोटेक के चेयरमैन कृष्ण एला को हाल ही में केंद्र सरकार की तरफ से वाई श्रेणी की सशस्त्र सुरक्षा प्रदान की गई है। 52 वर्षीय एला स्वदेशी कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली हैदराबाद स्थित बायोटेक्नोलाजी कंपनी के संस्थापक भी हैं। उनकी कंपनी दवा की खोज, दवा के विकास व अन्य वैक्सीन का भी निर्माण करती है।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि एला को कुछ समय पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के सशस्त्र कमांडो की सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्हें यह सुरक्षा जीवन रक्षक टीकों व अन्य चिकित्सकीय सामग्री के उत्पादन का नेतृत्व करने की उनकी मौजूदा भूमिका को देखते हुए दी गई है। जब वह देश के किसी भी हिस्से में यात्रा करेंगे तो वाई श्रेणी की केंद्रीय सुरक्षा के तहत उनके साथ दो-तीन कमांडो मौजूद रहेंगे।
बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के शमीरपेट क्षेत्र स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआइएल) के परिसर को हाल ही में सीआइएसएफ की सुरक्षा प्रदान की गई है।
कोवैक्सीन देश की स्वदेशी कोरोना रोधी वैक्सीन है। कोवैक्सीन को अभी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी नहीं मिली है। वहीं, नीति आयोग के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर वीके पॉल ने बताया कि कोवैक्सीन के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा आपातकाली उपयोग की स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया बहुत अच्छी तरह से चल रही है। उम्मीद है कि डब्ल्यूएचओ जल्द ही कोवैक्सीन को आपातकालीन प्रयोग की अनुमति का फैसला जल्द कर देगा।