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    'छोटे नोटों के प्रचलन को बढ़ावा दे रही मोदी सरकार', निर्मला सीतारमण बोली- डिजिटल लेनदेन को बढावा देना उद्देश्य

    Updated: Sun, 01 Jun 2025 07:14 AM (IST)

    केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य छोटे नोटों को प्रचलन में लाना और डिजिटल लेनदेन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि कम मूल्य की मुद्रा का उपयोग अधिक से अधिक किया जाए। दो हजार रुपये के नोट लगभग पूरी तरह से प्रचलन से बाहर हो चुके हैं।

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    'छोटे नोटों के प्रचलन को बढ़ावा दे रही मोदी सरकार- निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य छोटे नोटों को प्रचलन में लाना और डिजिटल लेनदेन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि कम मूल्य की मुद्रा का उपयोग अधिक से अधिक किया जाए। दो हजार रुपये के नोट लगभग पूरी तरह से प्रचलन से बाहर हो चुके हैं, और अब केवल 0.02 प्रतिशत नोट ही बैंकिंग प्रणाली से बाहर हैं।

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    निर्मला सीतारमण ने कही ये बात

    निर्मला सीतारमण डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन (एसपीएमआरएफ) द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय स्मृति सम्मेलन में 'कार्य संपत्ति और कल्याण : जन-प्रथम अर्थव्यवस्था की ओर' विषय पर बोल रही थीं। सम्मेलन का आयोजन एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद व्याख्यानों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया गया था।

    मोदी सरकार ने रक्षा उत्पादों के भारतीयकरण पर जोर दिया

    निर्मला ने कहा कि मोदी सरकार की हर नीति में एकात्म मानववाद की झलक देखने को मिलती है। निर्मला ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पूंजीवाद और साम्यवाद के बीच संतुलन स्थापित करने का प्रयास किया, और इसी आधार पर यह सरकार चल रही है।

    उन्होंने कहा कि 2014 के बाद मोदी सरकार ने रक्षा उत्पादों के भारतीयकरण पर जोर दिया है, जिसका उदाहरण ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखने को मिला। इसके साथ ही, रोजगार मेला, एमएसएमई के लिए आसान ऋण और लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए अन्य प्रयास भी सरकार के प्रमुख लक्ष्यों में शामिल हैं।

    भारतीय चिंतन के आधार पर युगानुकूल व्यवस्था खड़ी करना भाजपा का उद्देश्य : अरुण कुमार

    इससे पहले उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं है, बल्कि भारतीय चिंतन के आधार पर युगानुकूल व्यवस्था स्थापित करना है।

    उन्होंने कहा कि देश की राजनीति को इस विचार के इर्द-गिर्द विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद का उल्लेख करते हुए अरुण कुमार ने कहा कि भारतीय चिंतन के आधार पर नई व्यवस्था खड़ी करने का आशय पुरानी नींव पर नई इमारत खड़ी करना है।

    प्रभात कुमार ने पुस्तक 'एकात्म मानव दर्शन' का विमोचन भी किया

    कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के आक्रमण के दौरान भारत की सांस्कृतिक व्यवस्था को नष्ट किया गया, जिससे समाज में आत्म विस्मृति और आत्म निंदा का माहौल बना। एकात्म मानववाद संस्था से महेश चंद्र शर्मा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिर्बान गांगुली, पीपीआरसी के निदेशक सुमित भसीन व प्रभात प्रकाशन के प्रभात कुमार ने पुस्तक 'एकात्म मानव दर्शन' का विमोचन भी किया।

    सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। दैनिक जागरण इसका मीडिया पार्टनर है।

    थ्रीडी मॉडल का ब्रह्मोस बता रहा सैन्य पराक्रम की कहानी

    सम्मेलन में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें 'शौर्य पथ' आधारित स्टाल में थ्रीडी मॉडल आधारित ब्रह्मोस और आपरेशन ¨सदूर में दिखाए गए भारत निर्मित हथियारों की थ्रीडी वीडियो प्रस्तुति शामिल थी। प्रदर्शनी में मोदी सरकार के संकल्प से सिद्धि, भारत की विदेश नीति, शिक्षा संस्कृति, डिजिटल भारत आदि विषयों पर भी स्टाल लगाए गए थे।