सीईए नागेश्वरन ने विकास के लिए दिए बड़े आर्थिक सुधारों के संकेत, कहा- नारी शक्ति को करना होगा प्रोत्साहित
Economic Survey 2023 नागेश्वरन ने कहा कि अमृत काल में पूरी क्षमता से विकास के लिए नारी शक्ति के अधिक से अधिक इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना होगा। शिक्षा व कुशलता पर फोकस करना होगा और एमएसएमई सेक्टर को मजबूत बनाना होगा। (Photo-ANI)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा कि अमृत काल में भारत की क्षमता के समुचित दोहन के लिए सरकार को कई सुधार कार्यक्रम चलाने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सुधार के साथ लाइसेंस व इंस्पेक्टर राज का निराकरण करना होगा और ठेका संबंधी नियमों में भी सुधार करने होंगे। आर्थिक सर्वेक्षण में सरकार के भविष्य की योजनाओं की झलक मिलती है, इसलिए आने वाले समय में इन सेक्टर में बड़े सुधार की उम्मीद की जा रही है।
शिक्षा व कुशलता पर फोकस करना होगा
नागेश्वरन ने कहा कि अमृत काल में पूरी क्षमता से विकास के लिए नारी शक्ति के अधिक से अधिक इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना होगा। शिक्षा व कुशलता पर फोकस करना होगा और एमएसएमई सेक्टर को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने अमृत काल में सरकार की तरफ से सस्ती व गुणवत्ता वाली बिजली की आपूर्ति व ऊर्जा की पूरी सुरक्षा के साथ ऊर्जा के साधनों में बदलाव करने के लिए सरकार को सुझाव दिया।
माना जा रहा है कि इस दिशा में सरकार एक फरवरी को पेश होने वाले बजट में घोषणाएं कर सकती हैं।मुख्य आर्थिक सलाहकार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आगामी वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की 6.5 फीसद की विकास दर का अनुमान कच्चे तेल की वैश्विक कीमत प्रति बैरल 100 डालर से कम रहने पर निर्भर होगी।
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमत का अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन आरबीआइ ने कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से कम रहने का अनुमान लगाया है और हमलोग उसे मान सकते हैं जिससे हम सर्वेक्षण के अनुमान को हासिल कर सकेंगे। अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से पड़ने वाले प्रभाव से भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह किसी एक कंपनी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।
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