DHFL घोटाले में पूर्व सीएमडी वधावन और 74 अन्य के खिलाफ सीबीआइ ने दाखिल किया आरोप पत्र
बैंक धोखाधड़ी के 34615 करोड़ रुपये के मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के पूर्व सीएमडी कपिल वधावन और 74 अन्य के खिलाफ सीबीआइ ने आरोपपत्र दाखिल किया है। आरोपपत्र में तत्कालीन निदेशक धीरज वधावन और पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हर्षिल मेहता को भी आरोपित बनाया गया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र: बैंक धोखाधड़ी के 34,615 करोड़ रुपये के मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के पूर्व सीएमडी कपिल वधावन और 74 अन्य के खिलाफ सीबीआइ ने आरोपपत्र दाखिल किया है। विशेष कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र में तत्कालीन निदेशक धीरज वधावन और पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हर्षिल मेहता को भी आरोपित बनाया गया है।
आरोप पत्र में 18 व्यक्ति और 57 कंपनियां नामित
मामले में अधिकारियों ने कहा है कि आरोपपत्र में 18 व्यक्तियों और 57 कंपनियों को नामित किया गया है। इसमें एक अधिवक्ता अजय वजीरानी, व्यवसायी अजय नवंदर, कई चार्टर्ड अकाउंटेंट, डीएचएफएल के पूर्व अधिकारियों को नामजद किया गया है। सीबीआइ ने 17 बैंकों के समूह का नेतृत्व करने वाले यूनियन बैंक आफ इंडिया की शिकायत पर वधावन और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
42,871 करोड़ रुपए लोन का मामला
बैंकों ने 2010 और 2018 के बीच डीएचएफएल को 42,871 करोड़ रुपये की ऋण सुविधाएं दी थीं। जांच एजेंसी ने आरोपपत्र में कहा है कि कपिल और धीरज वधावन ने दूसरों के साथ आपराधिक साजिश रचकर तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया, तथ्यों को छुपाया और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया। उसने आरोप लगाया है कि कंपनी ने सार्वजनिक धन का उपयोग कर कपिल और धीरज वधावन के लिए संपत्ति बनाने में वित्तीय अनियमितताएं कीं, राशि का गलत उपयोग किया। दोनों अपने खिलाफ धोखाधड़ी के पहले के मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं।
सीबीआइ ने जून में दर्ज किया था मामला
बता दें कि सीबीआइ ने 20 जून को डीएचएफएल व उसके पूर्व सीएमडी कपिल वधावन, निदेशक धीरज वधावन और अन्य खिलाफ बैंक धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। 22 जून को एजेंसी ने अमरीली रिएल्टर और आठ अन्य बिल्डरों समेत आरोपितों के मुंबई स्थित 12 ठिकानों की तलाशी ली थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।