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    इसरो जासूसी मामले में पांच लोगों के खिलाफ CBI का एक्शन, वैज्ञानिक नंबी नारायणन को फंसाने का लगा आरोप

    By Agency Edited By: Piyush Kumar
    Updated: Thu, 27 Jun 2024 06:00 AM (IST)

    साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि अंतरिक्ष विज्ञानी नंबी नारायणन नारायणन से जुड़े जासूसी मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर गठित उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट सीबीआइ को दी जाए। उल्लेखनीय है कि 1994 में मालदीव की नागरिक रशीदा को तिरुअनंतपुरम में इसरो रॉकेट इंजन का ग्राफिक्स हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

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    अंतरिक्ष विज्ञानी नंबी नारायणन को फंसाने के आरोप में पांच व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र दायर।(फोटो सोर्स: जागरण)

    पीटीआई, तिरुअनंतपुरम। सीबीआइ ने 1994 के इसरो जासूसी मामले में अंतरिक्ष विज्ञानी नंबी नारायणन को फंसाने के आरोप में एक स्थानीय अदालत में पांच व्यक्तियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि किन लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया है।

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    मालदीव की नागरिक को किया गया था गिरफ्तार 

    15 अप्रैल, 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि नारायणन से जुड़े जासूसी मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर गठित उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट सीबीआइ को दी जाए। उल्लेखनीय है कि 1994 में मालदीव की नागरिक रशीदा को तिरुअनंतपुरम में इसरो रॉकेट इंजन का ग्राफिक्स हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

    आरोपी ने क्या दी थी दलील? 

    रशीदा पर आरोप था कि उसने पाकिस्तान को बेचने के लिए रॉकेट इंजन का ग्राफिक्स हासिल किया है। नारायणन को भी तत्कालीन इसरो उपनिदेशक डी शशिकुमारन और रशीदा की दोस्त फौजिया हसन के साथ गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, सीबीआइ जांच में आरोप झूठे पाए गए थे।

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