पूर्व भाजपा विधायक के आवास के पास मिले जले हुए वोटर रिकॉर्ड, 'वोट चोरी' की जांच तेज
कर्नाटक में पूर्व भाजपा विधायक सुभाष गुट्टेदार के घर के पास जले हुए मतदाता रिकॉर्ड मिलने से 'वोट चोरी' की जांच तेज हो गई है। गुट्टेदार ने सफाई के दौरान जलाने की बात कही है, जबकि एसआईटी ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की है। राहुल गांधी ने भी 'वोट चोरी' का आरोप लगाया था, जिसके बाद एसआईटी का गठन हुआ। कांग्रेस का दावा है कि धोखाधड़ी का पता चलने से उनके उम्मीदवार की जीत हुई।

'वोट चोरी' का आरोप लगाने के बाद एसआईटी का गठन किया गया था (प्रतीकात्मक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक में पूर्व भाजपा विधायक सुभाष गुट्टेदार के आवास के पास शनिवार को जले हुए मतदाता रिकॉर्ड के ढेर मिले। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान अलंद विधानसभा क्षेत्र में कथित 'वोट चोरी' की जांच तेज कर दी है।
गुट्टेदार ने कहा कि जले हुए मतदाता रिकॉर्ड में कुछ भी संदिग्ध नहीं है। उन्होंने कहा, त्योहार से पहले सफाई अभियान के तहत, हमारे कर्मचारियों ने इसे बाहर फेंक दिया और जला दिया। अगर हमारा दुर्भावनापूर्ण इरादा होता, तो हम इसे अपने घर से दूर जलाते। इसके पीछे कोई छिपी हुई मंशा नहीं थी।
एसआईटी का हुआ था गठन
सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने शुक्रवार को गुट्टेदार, उनके बेटों और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा बड़े पैमाने पर 'वोट चोरी' का आरोप लगाने के बाद एसआईटी का गठन किया गया था।
राहुल ने अपने दावे के समर्थन में 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अलंद निर्वाचन क्षेत्र का हवाला दिया था। कांग्रेस का दावा है कि धोखाधड़ी का समय पर पता चलने से उनके उम्मीदवार बीआर पाटिल की जीत हुई और भाजपा उम्मीदवार सुभाष गुट्टेदार चुनाव हारे।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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