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    'कैंसर जीत गया', 21 साल के लड़के की आखिरी पोस्ट पढ़कर इमोशनल हो जाएंगे आप

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 02:42 PM (IST)

    दिवाली के नजदीक, 21 वर्षीय युवक ने रेडिट पर भावुक पोस्ट किया। उसने बताया कि कैंसर से हारने के बाद, डॉक्टरों ने इलाज के सभी विकल्प छोड़ दिए हैं, और शायद वह इस साल जिंदा नहीं रहेगा। युवक ने दिवाली की रोशनी और खुशियों को आखिरी बार देखने का दुख व्यक्त किया। उसकी पोस्ट पर हजारों लोगों ने संवेदना व्यक्त की है।

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    कैंसर जीत गया', 21 साल के लड़के की इमोशनल पोस्ट

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिवाली का पर्व नजदीक है। हर कोई इसकी तैयारियों में लगा हुआ है। इस बीच दिवाली को लेकर एक 21 साल के युवक की रेडिट पर ऐसी पोस्ट लिखी है, जिसनें लाखों लोगों को झकझोर दिया है। युवक ने लिखा है कि दोस्तों कैंसर जीत गया और मैं हार चुका हूं। उसने दिवाली से पहले अपने दर्द को बयां करते हुए लिखा कि शायद मैं इस वर्ष जिंदा ना बचूं।

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    रेडिट पर युवक के इस पोस्ट में बताया कि कई महीनों की कीमोथेरेपी और अस्पताल में रहने के बाद, डॉक्टरों ने उपचार के सभी विकल्प समाप्त कर दिए हैं। जिसके चलते वह इस वर्ष संभवतः जिंदा नहीं रह पाएगा। युवक के इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर लोगों को इमोशन कर दिया है। हजारों लोगों ने प्रार्थनाएं की है।

    युवक ने लिखी भावुक पोस्ट

    युवक ने रेडिट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सुनिए सब लोग, मैं 21 साल का हूं। मुझे 2023 में स्टेज 4 कोलोरेक्टल कैंसर का पता चला था। इतने कीमोथेरेपी सेशन और अस्पताल में रहने के बाद, जितना मैं गिन भी नहीं सकता, डॉक्टरों ने मुझे बता दिया है कि अब कुछ भी करने को नहीं बचा है। मैं शायद इस साल के अंत तक जीवित नहीं रह पाऊं।

    जिंदगी चुपचाप खत्म हो रही...

    दिवाली जल्द ही आ रही है, और सड़कों पर रोशनी अभी से दिखाई देने लगी है। यह जानकर दुख हो रहा है कि मैं उन्हें आखिरी बार देखूंगा। मुझे वो रोशनी, वो हंसी और वो शोर बहुत याद आएगा। जिंदगी को चलते देखना अजीब लगता है जबकि मेरी जिंदगी चुपचाप खत्म हो रही है। मुझे पता है कि अगले साल, कोई और मेरी जगह दीये जलाएगा और मैं बस एक याद में ही रहूंगा।


    कभी-कभी रातों में अब भी अपने आप भविष्य के लिए सोचने लगता हूं, जैसे आदत बन गई हो। सपने थे मेरे भी… थोड़ा और घूमने का, कुछ अपना शुरू करने का फिर मुझे याद आता है कि मेरा समय खत्म हो रहा है और यह विचार धीरे-धीरे गायब हो जाता है।

    खुद बताया क्यों किया ये पोस्ट

    उसने आगे लिखा कि मैं घर पर हूं और अपने माता-पिता के चेहरे पर उदासी देख सकता हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं ये पोस्ट क्यों कर रहा हूं। शायद बस इतना कह रहा हूं कि आगे जो भी हो, उसमें खो जाने से पहले एक छोटी सी निशानी छोड़ दूं। फिर मिलते हैं!