ऊंट पर सवार होकर वोटर्स को ढूंढ रहे BLO, रेगिस्तानी इलाकों में चुनौती बन रहा SIR
राजस्थान के बाड़मेर में, मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बीएलओ ऊंटों पर सवार होकर दूरदराज के इलाकों में मतदाताओं का सत्यापन कर रहे हैं। रेगिस्तानी इलाका होने के कारण पैदल चलना मुश्किल है, इसलिए बीएलओ को ऊंटों का सहारा लेना पड़ रहा है। उपखंड अधिकारी भी इस कार्य में जुटे हैं और मतदाताओं को एसआईआर की जानकारी दे रहे हैं।

ऊंट पर सवार होकर वोटर्स को ढूंढ रहे BLO। सांकेतिक तस्वीर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के दौरान सुदूर रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर में बीएलओ ऊंट पर सवार हो मतदाताओं के घर पहुंचकर उनका सत्यापन कर रहे हैं।
दरअसल यह रेगिस्तानी इलाका है, यहां पैदल चलना मुश्किल होता है, साथ ही इन इलाकों में घर काफी दूर-दूर बने हुए हैं। इन जगहों पर पहुंच पाना बीएलओ और उपखंड अधिकारी के लिए एक चुनौती है।
बाड़मेर में ऊंटों पर बीएलओ
आलम यह है कि यहां पहुंचने के बाद इन जगहों पर रेगिस्तान टीलों में ही बीएलओ को रात्रि विश्राम भी करना पड़ रहा है जिससे आयोग की तय टाइमलाइन में काम पूरा हो सके। बाड़मेर जिले के उपखंड अधिकारी बद्रीराम बिश्नोई भी खुद इस काम में जुटे हुए हैं।
मतदाता सूची का सत्यापन जारी
साथियों का मनोबल बढ़ाने के लिए एसडीएम ऊंट पर बैठकर वोटर्स के घर पहुंचे। स्थानीय ऊंट संचालक मददगार बने हैं और मतदाता सूची में दर्ज नाम के पुनरीक्षण सत्यापन के लिए वह उन्हें एक ढाणी (मकान) से दूसरी ढाणी (मकान) ले जा रहे हैं।
रेगिस्तानी इलाकों में चुनौती
दूरी ज्यादा होने के कारण कई बार रात को उन्हें यहीं रुकना पड़ रहा है। एसडीएम बिश्नोई ने बताया कि बार्डर इलाके वाले गांव बावरवाला में वे टीम के साथ ऊंट पर पहुंचे। पूरा इलाका रेतीला है वहां पहुंचकर लोगों को एसआइआर की जानकारी के अभाव में वोटर्स प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी भी दी है।

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