Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    चेहरे पर कालापन भी हो सकता है ब्लैक फंगस का लक्षण

    By Ashisha RajputEdited By:
    Updated: Thu, 30 Dec 2021 01:40 AM (IST)

    अभी तक यह माना जा रहा था कि आंखें लाल होना नाक बंद होना जबड़े में दर्द आदि म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के लक्षण होते हैं लेकिन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में इस बीमारी का एक ऐसा केस मिला था जिसका चेहरा एक तरफ से काला हो गया था।

    Hero Image
    चेहरे पर कालापन भी हो सकता है ब्लैक फंगस का लक्षण

    भोपाल, शशिकांत तिवारी। अभी तक यह माना जा रहा था कि आंखें लाल होना, नाक बंद होना, जबड़े में दर्द आदि म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के लक्षण होते हैं, लेकिन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भोपाल में इस बीमारी का एक ऐसा केस मिला था, जिसका चेहरा एक तरफ से काला हो गया था। उसकी आंख में भी बीमारी का असर हुआ था। यह दुर्लभ लक्षण मिलने की वजह से प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल 'द लैंसेट' ने इसे प्रकाशित किया है। इस केस के बाद इस बीमारी का इलाज करने वाले डाक्टर अब इस निष्कर्ष पर भी पहुंच सकेंगे कि चेहरे या शरीर में दूसरी जगह बड़े या छोटे-छोटे काले धब्बे दिखें तो म्यूकरमाइकोसिस की जांच कराई जानी चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अध्ययन में यह बात आई सामने

    एम्स, भोपाल के तत्कालीन निदेशक डा. सरमन सिंह के नेतृत्व में नेत्र विभाग की एचओडी डा. भावना शर्मा और उनकी टीम ने यह अध्ययन किया था। डा. भावना शर्मा ने बताया कि 44 साल का पुरुष मई, 2021 में एम्स में भर्ती हुआ था। कोविड-19 होने के 10 दिन बाद उसे म्यूकरमाइकोसिस हुआ। इसके बाद उसकी बायीं आंख से दिखाई देना कम हो गया। कोविड संक्रमण के दौरान मरीज का रेंडम शुगर का स्तर भी 298 तक था। शुगर बढ़ने की एक वजह यह भी थी कि कोरोना के चलते मरीज को स्टेरायड दिया गया था। निमोनिया की वजह से उसे एंटीबायोटिक भी दी गई। करीब 10 दिन बाद मरीज की बायीं आंख के नीचे चेहरा पूरी तरह से काला पड़ गया। मरीज को म्यूकरमाइकोसिस के इलाज के लिए एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन समेत जरूरी दवाएं दी गई थीं, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। डा. सरमन सिंह ने बताया कि म्यूकरमाइकोसिस को इसीलिए काला फंगस कहा जाता है, क्योंकि प्रभावित अंग काले हो जाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि चेहरा काला होने का यह दुर्लभ मामला था।

    यशवीर जेके जो नाक-कान एवं गला विभाग के गांधी मेडिकल कालेज के सह प्राध्यापक हैं, उन्होंने कहा कि

    म्यूकरमाइकोसिस के कारण चेहरा काला होने की वजह यह है कि इस बीमारी में खून का प्रवाह प्रभावित होता है। संक्रमण बहुत ज्यादा बढ़ने पर यह स्थिति बनती है।