भाजपा सांसद तापिर गाओ का आरोप, चीनी सेना ने किया अरुणाचल प्रदेश के लापता युवक को प्रताड़ित, दिए बिजली के झटके
मिराम टैरान के अपहरण मामले में अरुणाचल प्रदेश के भाजपा सांसद तापिर गाओ ने बड़ा दावा किया है। तापिर गाओ का आरोप है कि मिराम टैरान नाम के युवक को पीएलए ने पीटा और बिजली के झटके भी दिए। यह एक गंभीर मामला है।

नई दिल्ली, एएनआइ: चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा एक युवक का अपहरण कर लिया गया था। लेकिन इस मामले में हस्तक्षेप के बाद युवक को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने भारत को सौंप दिया। हालांकि अब इस मामले को लेकर अरुणाचल प्रदेश के भाजपा सांसद तापिर गाओ ने बड़ा दावा किया है। तापिर गाओ का आरोप है कि, उन्हें जानकारी मिली है कि, मिराम टैरान नाम के युवक को पीएलए ने पीटा और बिजली के झटके भी दिए। यह एक गंभीर मामला है। मैं सरकार से इस मुद्दे को संबंधित अधिकारियों के सामने उठाने का आग्रह करता हूं।
वहीं, इस मुद्दे को लेकर भाजपा सांसद का कहना है कि, इस तरह की घटनाएं तब तक होती रहेंगी, जब तक हम सीमा का समाधान नहीं कर लेते। कल वे फायरिंग भी करेंगे, इसलिए भारतीय सेना और चीनी पीएलए के बीच फ्लैग मीटिंग होनी चाहिए। ताकि इस समझौते के तहत भविष्य में इस तरह की घटना नहीं होनी हो सके। भारत सरकार, आईटीबीपी और सेना को इस मामले को देखना चाहिए।
I've received news that Miram Taron (who was handed over to India by PLA on Jan 27 days after he went missing) was beaten up&given electric shocks by PLA. This is a serious matter. I urge Govt to raise this issue with authorities concerned:Tapir Gao, BJP MP from Arunachal Pradesh pic.twitter.com/ep1SMRAdRh
— ANI (@ANI) February 2, 2022
साथ ही उन्होंने, राज्य के तीन श्रमिकों को बीते दिनों अज्ञात संगठन द्वारा बंधक बनाए जाने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले से एक भूमिगत संगठन ने तीन मजदूरों का अपहरण कर लिया। इनमें से एक को रिहा कर दिया गया, लेकिन दो अभी भी कैद में हैं। मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि उन्हें रिहा करने के लिए इस मुद्दे से जल्द से जल्द निपटा जाए।
बता दें कि, 18 जनवरी को चीनी सेना ने मिराम टैरान (17) का उस समय अपहरण कर लिया था, जब वह अपने दोस्त के साथ शिकार पर गया था। उसका दोस्त किसी तरह घटनास्थल से भाग निकला और उसने प्राधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी। चीनी सेना ने अन्जॉ जिले के किबितू में वाचा-दमाई केंद्र में 27 जनवरी को मिराम को भारतीय सेना को सौंपा था, जहां वह आइसोलेशन में रहा था। हालांकि मिराम के पिता का आरोप है कि, इस पूरी घटना ने उनके बेटे को डरा दिया है और वह मानसिक रूप से परेशान हो गया है।
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