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    संदेशखाली पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर भाजपा का हमला, विपक्ष पर लगाया महिलाओं के सम्मान को तिलांजलि देने का आरोप

    Updated: Wed, 21 Feb 2024 07:26 PM (IST)

    पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ अत्याचार पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस समेत आईएनडीआईए गठबंधन के नेता वोट के लिए महिलाओं के सम्मान की तिलांजलि भी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता इसका उचित जवाब देगी।

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    पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद। (फोटो- भाजपा एक्स हैंडल)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ अत्याचार पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस समेत आईएनडीआईए गठबंधन के नेता वोट के लिए महिलाओं के सम्मान की तिलांजलि भी दे सकते हैं।

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    बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने पर क्या बोले रविशंकर प्रसाद?

    वैसे ममता बनर्जी पर पुलिस की ताकत के जरिये महिलाओं के बर्बर दमन का आरोप लगाने के बावजूद उन्होंने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावना को खारिज कर कर दिया। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता इसका उचित जवाब देगी।

    उन्होंने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान लोगों की उपस्थिति पर सवाल उठाने पर राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि प्रभु श्रीराम, राम भक्तों और नौजवानों के प्रति अहंकारी भाषा का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है। रविशंकर प्रसाद ने संदेशखाली में पीड़ित महिलाओं से एसआइटी की टीम द्वारा पूछे जाने वाले सवालों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि एसआइटी नियमों का उल्लंघन करते हुए पीड़ित महिलाओं को अपमानित करने और उनका साहस तोड़ने का प्रयास कर रही है। 

    भाजपा नेता ने ममता बनर्जी पर लगाए गंभीर आरोप

    उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी का जमीर मर चुका है और एक महिला मुख्यमंत्री होते हुए सिर्फ अपनी राजनीतिक साख बचाने के लिए महिलाओं की इज्जत को दांव पर लगा दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिरकार ममता बनर्जी अभी भी शाहजहां शेख का बचाव क्यों कर रही है। संदेशखाली पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सीपीएम ने अभी तक इसका औपचारिक विरोध नहीं किया है। यही नहीं, हर विषय पर अपनी राय देने वाले राहुल गांधी भी खामोश हैं।

    चंडीगढ़ मेयर प्रकरण सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए उन्होंने कहा कि इसपर सभी विपक्षी नेताओं ने टिप्पणी की, लेकिन संदेशखाली में माताओं और बहनों की इज्जत लुटने पर सब खामोश हैं। विपक्षी नेताओं की खामोशी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि क्या संदेशखाली की माताओं, बहनों की सुरक्षा और इज्जत आपके लिए कोई मायने नहीं रखती है।

    राहुल गांधी के बयान पर निशाना

    उत्तरप्रदेश की जनता के नशे में डूबे रहने के राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लंबे समय तक उनके परिवार ने यहा राज किया और खुद वे व उनकी मां यहां से सांसद रही हैं। ऐसी जगह के बारे में अनर्गल बयानबाजी करते हुए उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा देश की जनता जनार्दन, नौजवानों और रामभक्तों के खिलाफ इस तरह की अहंकारी भाषा का प्रयोग कतई स्वीकार्य नहीं है।