बिग बॉस के एक कंटेस्टेंट को बाघ के पंजे का बना पेंडेंट पहनना पड़ा भारी, शूटिंग लोकेशन पहुंच कर पुलिस ने किया गिरफ्तार
बिग बॉस कन्नड़ के एक कंटेस्टेंट को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। कन्नड़ रियलिटी शो में आए कंटेस्टेंट वर्थुर संतोष को बाघ के पंजे का बना पेंडेंट पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पीटीआई, बेंगलुरु। बिग बॉस कन्नड़ के एक कंटेस्टेंट को कथित तौर पर बाघ के पंजे का पेंडेंट पहनना काफी भारी पड़ गया। वन विभाग के अधिकारियों ने कन्नड़ रियलिटी शो में आए कंटेस्टेंट वर्थुर संतोष को गिरफ्तार कर लिया है।
सोमवार को वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई एक शिकायत के बाद की गई है, जिसमें कहा गया था कि संतोष ने ऐसा पेंडेंट पहना था, जिसका शो में टेलिकास्ट किया जा रहा था। इसके बाद बेंगलुरु शहरी उप वन संरक्षक एन रवींद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद टीम शो की शूटिंग लोकेशन पर पहुंची और रविवार रात संतोष को गिरफ्तार कर लिया।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत किया गिरफ्तार
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जब पुलिस सेट पर पहुंची तो शो को संभालने वाली टीम को इसके बार में सूचित किया गया। पुलिस ने संतोष को स्टूडियो के बाहर आने को कहा। वेरिफिकेशन के बाद, यह पुष्टि हुई कि उसने वास्तव में बाघ के पंजे का पेंडेंट पहना हुआ था, जिसके बाद उसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत गिरफ्तार किया गया।
संतोष के न्यायिक हिरासत की मांग
समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) कुमार पुष्कर ने कहा, 'हमारी टीम ने बाघ के पंजे का वेरिफिकेशन किया जो उसने पहना था। यह पुष्टि करने के बाद कि यह बाघ का पंजा है, उसे हिरासत में ले लिया गया और पूछताछ जारी है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम इस मामले में काफी सख्त है। हम कुछ दिनों के लिए उसकी न्यायिक हिरासत की मांग करेंगे, क्योंकि हमें मामले की जांच करने की जरूरत है।'
20 हजार में खरीदा था बाघ के पंजे का पेंडेंट
एक अन्य वन अधिकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान संतोष ने वन अधिकारियों को बताया कि उसने लगभग तीन साल पहले कर्नाटक की सीमा से लगे तमिलनाडु के होसुर शहर में एक जगह से बाघ के पंजे का पेंडेंट 20,000 रुपये में खरीदा था। अधिकारी ने आगे कहा कि 'उनके दावों को वेरिफाइड करने की आवश्यकता है और मामले के संबंध में उनसे आगे पूछताछ की जानी है। हमने उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। फिलहाल, हमने मामले की जांच के लिए 15 दिन की हिरासत मांगी है। हम अदालत के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।'
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।