बेंगलुरु: सड़क पर फेंका तो कुछ ही देर में घर के सामने रखा मिलेगा कचरा, जुर्माना भी लगेगा
बेंगलुरु में कचरा फैलाने वालों के खिलाफ निगम ने अनोखी पहल की है। सड़क पर कचरा फेंकने वालों को वही कचरा वापस उनके घर के सामने फेंका रहा है। इसके साथ ही, 2,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया जा रहा है। निगम का कहना है कि यह लोगों को जागरूक करने का एक तरीका है।

बेंगलुरु की सड़कों पर कचरा फैलाने वाले हो जाएं सावधान (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी (और बेंगलुरु सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड ने शहर को साफ-सूथरा बनाने के लिए अजीबोगरीब मुहिम की शुरुआत की है। इस मुहिम के तहत कचरा उठाने की बजाय डोर-टू-डोर फेंका जा रहा है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कौन सा सफाई अभियान है, जिसमें कचरा फेंका जा रहा है।
दरअसल, शहर को साफ रखने के लिए जीबीए द्वारा "कचरा डंपिंग महोत्सव" की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत जो लोग शहर को गंदा कर रहे हैं। यानी कचरे को सड़क पर ही फेंक दे रहे हैं, उन्हें चेतावनी दी गई है। अगर आप सड़क पर कचरा फेंकते हैं, तो ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी (GBA) उसे वापस आपके घर फेंक देगी।
क्या बोले अधिकारी?
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड (BSWML) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) करिगौड़ा ने कहा कि बेंगलुरु में हमारे पास लगभग 5,000 ऑटो हैं जो घरों में जाकर सूखा और गीला कचरा इकट्ठा करते हैं। इसके बावजूद कुछ लोग सड़कों पर कचरा फेंकते हैं। सड़कों पर कचरा फेंकने वालों की निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सड़क पर कचरा न फेंकने के लिए जागरुक करने के लिए यह रिटर्न गिफ्ट है।
कचरे के साथ 2,000 का जुर्माना भी
मुख्य कार्यकारी अधिकारी करिगौड़ा ने कहा कि कचरा वापस डालने के अलावा 2,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी और बेंगलुरु सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड की इस पहल को लेकर लोग सोशल मीडिया पर अजीबोगरीब बता रहे हैं। वहीं इसको लेकर करिगौड़ा ने कहा कि यह कोई अजीबोगरीब गतिविधि नहीं है। हमारे कार्यकर्ता हर घर में जाकर लोगों को कचरा अलग-अलग करने के बारे में शिक्षित कर रहे हैं। हम सोशल मीडिया पर जागरूकता फैला रहे हैं और लोगों से सड़क पर कचरा न फेंकने का अनुरोध भी कर रहे हैं।
बता दें कि नगर निगम के इस फैसले से जहां कुछ लोग सहमत हैं तो कुछ लोगों में नाराजगी भी देखने को मिल रही है। उन्हें डर है कि कहीं यह कचरा उनके दरवाजे पर वापस न फेंक दिया जाए। कुछ क्षेत्रों में कूड़ा उठाने वालों की अनुपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर करिगौड़ा ने कहा कि बड़े कूड़ेदान लगाए जा रहे हैं, जहां कचरा डाला जा सकता है।

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