नई दिल्ली, जेएनएन। बेंगलुरु के आरवी विश्वविद्यालय ने Chat Gpt पर प्रतिबंध लगा दिया है। विश्वविद्यालय ने परीक्षा, लैब टेस्ट और असाइनमेंट के दौरान छात्रों को इसका इस्तेमाल करने से रोकने के लिए परिसर के अंदर एआइ टूल पर बैन लगा दिया है। यूनिवर्सिटी ने कहा है कि हम कभी-कभी अप्रत्याशित तरीके से छात्रों के काम की जांच करेगे और अगर शिक्षकों को लगेगा कि काम मौलिक नहीं है, तो छात्र को फिर से करने के लिए दिया जाएगा।

एआइ आधारित टूल्स पर भी लगाया प्रतिबंध

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय ने सिर्फ Chat Gpt पर नहीं बल्कि, अन्य एआइ आधारित टूल्स जैसे कि गिटहब, को पायलट और ब्लैक बाक्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। विश्वविद्यालय के स्कूल आफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के डीन संजय चिटनिस ने बताया कि हमने सभी विभागों को एक एडवाइजरी जारी की है और Chat Gpt जैसे कुछ एआइ टूल पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि छात्र परीक्षा में या अपने असाइनमेंट को पूरा करने के लिए उनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

इससे पहले खबर सामने आई थी कि न्यूयार्क शहर के पब्लिक स्कूलों में सभी डिवाइसेस और नेटवर्क पर चैटजीपीटी पर बैन लगा दिया है। इस खबर के बाद से ही Chat Gpt को लेकर चर्चाएं काफी तेज हो गई थी।

स्कूलों का कहना था कि Chat Gpt छात्रों के सीखने पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इससे बच्चों का मानसिक विकास नहीं हो पायेगा। Chat Gpt की बढ़ती लोकप्रियता शिक्षकों के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर रही ही। यह एक एआइ टूल है, जिसे ओपनएआइ ने डेवलप किया है।

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Edited By: Shashank Mishra