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    एंबुलेस, श्मशान में रिश्वत, डेथ सर्टिफिकेट के लिए भी देने पड़े पैसे... BPCL के पूर्व CFO का रिश्वतखोरी का आरोप

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 02:31 PM (IST)

    बेंगलुरु में बीपीसीएल के पूर्व अधिकारी के. शिवकुमार ने अपनी बेटी की मौत के बाद रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस, पुलिस, श्मशान और बीबीएमपी कार्यालय में भी उनसे पैसे मांगे गए। डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए भी उन्हें रिश्वत देनी पड़ी। पोस्ट वायरल होने के बाद पुलिस ने दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।

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    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु के एक सेवानिवृत्त भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) अधिकारी की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक दिल दहला देने वाली पोस्ट ने हजारों लोगों को भावुक कर दिया है। उन्होंने बताया कि कैसे अपनी इकलौती बेटी की मौत के बाद हर जगह पर रिश्वत देनी पड़ी। हालांकि बाद में ये पोस्ट हटा लिया गया

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    के शिवकुमार नाम के इस व्यक्ति ने खुद को बीपीसीएल का पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) बताया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर एक भावुक नोट लिखा। पोस्ट में उन्होंने अपनी 34 साल की बेटी अक्षया की मौत के बाद आधिकारिक औपचारिकताएं पूरी करने में हुई कठिनाई और भ्रष्टाचार का जिक्र किया है।

    रिश्वत की लंबी फेहरिस्त

    अक्षया 18 सितंबर 2025 को घर पर ब्रेन हेमरेज से चल बसीं। वो गोल्डमैन सैक्स में 8 साल काम कर चुकी थीं। बीटेक और आईआईएम अहमदाबाद की एमबीए थीं। पिता के. शिवकुमार ने लिखा कि एम्बुलेंस वाले ने कासवनहल्ली से सेंट जॉन्स हॉस्पिटल तक लाने के लिए 3000 रुपये मांगे।

    पुलिस ने एफआईआर और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के लिए चार दिन बाद बुलाया और खुले पुलिस स्टेशन में नकद रिश्वत मांगी। शिवकुमार ने कहा कि उन्हें रिश्वत देनी पड़ी क्योंकि ये उनकी मजबूरी थी।

    श्मशान और बीबीएमपी में भी लूट

    के शिवकुमार से श्मशान में रसीद देने के लिए पैसे भी मांगे गए। बीबीएमपी दफ्तर में डेथ सर्टिफिकेट के लिए पांच दिन चक्कर लगवाया गया। शिवकुमार ने कहा कि उन्हें वजह बताई गई कि ‘जाति सर्वे’ चल रहा है, कोई नहीं है।

    आखिर में सीनियर अधिकारी से गुहार लगाई, तब सर्टिफिकेट मिला। इसके लिए भी उन्हें रिश्वत देनी पड़ी। शिवकुमार ने अपनी पोस्ट में सवालिया लहजे में लिखा, "क्या पुलिसवालों के अपने परिवार नहीं? जो इतनी बेरुखी से पैसे मांगते हैं?"

    पोस्ट वायरल होने के बाद व्हाइटफील्ड पुलिस हरकत में आई। बेल्लांडुर थाने के एक पीएसआई और एक कांस्टेबल को तुरंत सस्पेंड कर दिया।