बंगाल में मां काली की खंडित मूर्ति मिलने पर विवाद, भाजपा ने टीएमसी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
पश्चिम बंगाल के काकद्वीप में मां काली की मूर्ति खंडित मिलने से विवाद हो गया है। भाजपा ने टीएमसी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और जिहादी तत्वों पर मूर्ति तोड़ने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। नाराज ग्रामीणों ने राजमार्ग जाम कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। टीएमसी ने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है।

भाजपा ने टीएमसी को घेरा
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एक मंदिर में बुधवार को मां काली की मूर्ति खंडित (क्षतिग्रस्त) मिलने से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। यह घटना सूर्यनगर ग्राम पंचायत की है, जहां सुबह ग्रामीणों ने काली मंदिर में मूर्ति को क्षतिग्रस्त देखा। खबर फैलते ही लोगों की भीड़ जमा हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
घटना सामने आते ही राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा के नेताओं ने हमला बोलते हुए इसके लिए टीएमसी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि जिहादी तत्वों ने मूर्ति तोड़ी और टीएमसी सरकार मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने एक्स पर इसकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, यह दृश्य बांग्लादेश का नहीं, बल्कि आज के बंगाल का है। मैंने बार-बार कहा है कि बंगाल को पश्चिमी बांग्लादेश बनाने की साजिश चल रही है। अगर हिंदू अब नहीं जागे, तो आने वाले दिनों में खतरा और बढ़ेगा। सुवेंदु ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन ने शुरू में इस मामले को सामने आने से रोकने की कोशिश की।
भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख और बंगाल में पार्टी के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने भी राज्य सरकार की आलोचना करते हुए इसे प्रशासनिक नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि काकद्वीप में मां काली मंदिर की मूर्ति खंडित होना टीएमसी सरकार की लापरवाही का उदाहरण है। पुलिस ने घटना की जांच के बजाय मंदिर बंद कराने की जल्दी दिखाई। भाजपा ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस ने कहा- दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
वहीं, बंगाल पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि कुछ लोग घटना के बारे में झूठी जानकारी फैला रहे हैं। पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि मूर्ति क्षतिग्रस्त मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। इस घटना के पीछे शामिल व्यक्तियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इधर, घटना से नाराज स्थानीय लोगों ने दिन में राष्ट्रीय राजमार्ग को कई घंटों तक जाम रखा और मूर्ति विसर्जन से इन्कार कर दिया। पुलिस ने सड़क अवरोध हटाने के लिए प्रदर्शनकारियों को काफी देर तक समझाने की कोशिश की, लेकिन जब भीड़ ने पथराव शुरू किया तो हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया गया। इसके बाद मूर्ति का विसर्जन हो सका।
टीएमसी ने भाजपा पर माहौल बिगाडऩे का आरोप लगाया
वहीं, टीएमसी ने भाजपा पर माहौल बिगाडऩे की कोशिश का आरोप लगाया। एक स्थानीय टीएमसी नेता ने कहा कि भाजपा जानबूझकर इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। पुलिस जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। इधर, तनाव को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।

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