गरबा स्थल पर आधार कार्ड देखकर दें प्रवेश, नवरात्र से पहले गुजरात में गरमाया लव जिहाद का मुद्दा
नवरात्र से पूर्व विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और गरबा आयोजक आमने सामने आ गए हैं। विहिप और बजरंग दल गरबा आयोजकों पर नवरात्र पर्व में केवल हिंदू युवक-युवतियों को ही प्रवेश देने का दबाव डाल रहे हैं। इसके साथ ही गरबा आयोजकों का कहना है कि इन संगठनों को गरबा के दौरान ही लव जिहाद की याद आती है।

राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। नवरात्र से पूर्व विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और गरबा आयोजक आमने सामने आ गए हैं। विहिप और बजरंग दल गरबा आयोजकों पर नवरात्र पर्व में केवल हिंदू युवक-युवतियों को ही प्रवेश देने का दबाव डाल रहे हैं।
गरबा आयोजकों ने हिंदू संगठनों पर उठाए सवाल
वहीं गरबा आयोजकों का कहना है कि इन संगठनों को गरबा के दौरान ही लव जिहाद की याद आती है। राज्य में नवरात्र उत्सव की जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं। गरबा आयोजक और गरबा खेलने वाले अपने-अपने तरीके से तैयारियों में जुटे हैं।
इस बीच विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित कई संगठन लव जिहाद का मुद्दा उठाते हुए गरबा उत्सव में केवल हिंदू-युवक युवतियों को ही प्रवेश देने की मांग कर रहे हैं।
गरबा स्थल पर आधार कार्ड देखकर प्रवेश दें
विहिप प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि गरबा आयोजक अपने आर्थिक हित के चलते सनातन धर्म की पवित्रता को बनाए रखने पर ध्यान नहीं देते। गरबा में प्रवेश देने से पहले आधार कार्ड देखें, युवक युवतियों के माथे पर तिलक करें, इसके बाद ही प्रवेश दें। नवरात्र उत्सव हमारी बहन-बेटियों व माताओं के लिए आराधना का पर्व है न कि मनोरंजन का साधन। यदि मुस्लिम युवक गरबा में आते हैं तो अपनी मां, पत्नी व बहन को भी साथ लेकर आएं।
राजकोट के गरबा आयोजक ने किया विरोध
राजकोट के गरबा आयोजक विजय सिंह वाला का कहना है कि हजारों लोगों को आधार कार्ड देखकर प्रवेश देना संभव नहीं है। इन संगठनों को नवरात्र से पहले ही लव जिहाद की याद आती है।
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