BCCI को भेजा गया था शिकायती मेल- भ्रष्टाचार, अनियमितता और चयन में गड़बड़ी का लगाया था आरोप
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के कथित फर्जी मेल आइडी से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को भेजी शिकायत का मामला लगातार गहराता जा रहा है। करीब 10 दिन पूर्व भेजी शिकायत में आरसीए पर भ्रष्टाचार, अनियमितता और खिलाडि़यों के चयन में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के कथित फर्जी मेल आइडी से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को भेजी शिकायत का मामला लगातार गहराता जा रहा है। करीब 10 दिन पूर्व भेजी शिकायत में आरसीए पर भ्रष्टाचार, अनियमितता और खिलाडि़यों के चयन में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। इस मेल को आरसीए की तदर्थ समिति की आंतरिक राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
आरसीए के अधिकारी अब बीसीसीआइ को यह समझाने में जुटे हैं कि मेल फर्जी है। वहीं, बीसीसीआइ ने इस शिकायत पर जवाब मांगा है। समिति के संयोजक दीनदयाल कुमावत ने मेल भेजे जाने के बाद आरसीए कार्यालय में जांच की। कुछ कर्मचारियों के कम्प्यूटर कॉन्फ्रेंस हॉल में रखवाकर कार्यालय सील किए गए। हालांकि, जब सील खोली गई तो कुछ कम्प्यूटरों की हार्ड डिस्क को जानबुझकर नुकसान पहुंचाया गया। हार्डडिस्क में पानी डाला गया था। माना जा रहा है कि साक्ष्य मिटाने के लिहाज से हार्डडिस्क को नुकसान पहुंचाया गया।
कम्प्यूटर तक कोई भी व्यक्ति कैसे पहुंचा?
अब आरसीए से जुड़े जिला संघ सवाल खड़े कर रहे हैं कि सील कार्यालय में कम्प्यूटर तक कोई भी व्यक्ति कैसे पहुंचा। जिला संघ आरसीए की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कुछ पदाधिकारियों की मिलीभगत की बात भी कह रहे हैं। कुमावत ने कहा, कोई व्यक्ति कॉन्फ्रेंस हाल की खिड़की के रास्ते अंदर पहुंचा और हार्ड डिस्क को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। फिलहाल यह जांच की जा रही है कि ऐसा क्यों किया गया।
भाजपा नेताओं में विवाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद करीब डेढ़ साल पहले आरसीए के पूर्व अध्यक्ष वैभव गहलोत की अध्यक्षता वाली कार्यकारिणी को भंग कर तदर्थ कमेटी गठित की गई थी। कमेटी में पहले तो भाजपा विधायक जयदीप बिहाणी को संयोजक बनाते हुए आधा दर्जन सदस्य नियुक्त किए गए थे।
सदस्यों में भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी के पुत्र अखिलेश, प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के पुत्र धनंजय सिंह, भाजपा नेता पिंकेश पोरवाल एवं कुमावत आदि को शामिल किया गया। बिहाणी के खिलाफ सदस्यों द्वारा मोर्चा खोलने पर करीब दो महीने पहले कुमावत को संयोजक बनाया गया। दो सप्ताह पहले सदस्यों ने कुमावत के खिलाफ विद्रोह करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उनकी कार्यप्रणाली की शिकायत की है।

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