हवाई यात्रियों ने डबल मेटल-डिटेक्टर चेकिंग पर जताई आपत्ति, अथॉरिटी ने दी सफाई
एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ द्वारा मेटल डिटेक्टर जांच किए जाने के बाद भी निजी फ्लाइट के कर्मचारियों द्वारा फ्लाइट में चढ़ने से पहले यात्रियों को जांच कराना पड़ता है। इसको लेकर कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर आपत्ति जताई है।

नई दिल्ली, एएनआई। नागरिक विमान ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) की ओर से कहा गया है कि सिविल एविएशन सिक्योरिटी की चेकिंग के बाद भी निजी जांच एजेंसी द्वारा डबल या री-मेटल डिटेक्टर जांच सुरक्षा के मद्देनजर बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए कहा गया है कि कुछ यात्रियों ने जांच के इस तरीके पर आपत्ति जताई थी।
यात्रियों ने जताई आपत्ति
हाल ही में, कई यात्रियों ने विमानन सुरक्षा केंद्रीय उद्योग सुरक्षा बल (CISF) द्वारा जांच किए जाने के बाद निजी एयरलाइंस के कर्मचारियों द्वारा डबल या री-मेटल डिटेक्टर जांच पर आपत्ति जताई, यात्रियों ने इस बात पर चिंता जताई है कि एयरलाइंस मेटल डिटेक्टर की दोबारा जांच क्यों कर रही हैं।
निजी एयरलाइंस भी करते हैं जांच
सोशल मीडिया पर कुछ हवाई यात्रियों ने आपत्ति जताते हुए कहा, "दिल्ली टर्मिनल-1 में, बस में चढ़ने से पहले प्रत्येक यात्री की मेटल डिटेक्टर से बेवजह तलाशी की जाती है। ऐसा लगता है कि उन्हें सीआईएसएफ सुरक्षा गेट की जांच पर भरोसा नहीं है।"
खतरे को देखते हुए जारी होते हैं सुरक्षा सलाह
बीसीएएस के एक शीर्ष अधिकारी ने समाचार एजेंसी को बताया, "खतरे को देखते हुए समय-समय पर सुरक्षा सलाह जारी किए जाते हैं और एयरलाइन कर्मचारियों द्वारा यात्रियों की दोबारा जांच भी हालिया सुरक्षा सलाह का हिस्सा है।" उन्होंने कहा, "सुरक्षा एजेंसी ने सभी निजी एयरलाइन कंपनियों को उत्तर-पूर्वी (नार्थ-ईस्ट) और जम्मू-कश्मीर (जे-के) के यात्रियों के लिए रि-चेकिंग के लिए कहा है।"
बीसीएएस की मुख्य जिम्मेदारी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डों पर नागरिक उड़ानों की सुरक्षा के संबंध में मानक और उपाय तय करना है।
इस साल कई बैठकों की मेजबानी कर रहा भारत
दरअसल, इस साल भारत G20 की मेजबानी कर रहा है और देश भर में कई बैठकों का मेजबान होगा। भारत शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) का अध्यक्ष भी है और कई सदस्य देश के गणमान्य व्यक्तियों की बैठकों की मेजबानी करेगा।

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