भोपाल: नेहा बनकर रह रहे अवैध बांग्लादेशी अब्दुल पर नए खुलासे, मां-बाप के साथ 25 साल पहले की थी घुसपैठ
भोपाल में पुलिस ने एक किन्नर को गिरफ्तार किया है जो असल में बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल कलाम है। वह 25 साल पहले अपने परिवार के साथ भारत में घुसा था और फर्जी दस्तावेजों के सहारे यहाँ रह रहा था। मारपीट के एक मामले में गिरफ्तारी के बाद जांच में उसकी पहचान उजागर हुई। उसके 5 साथी पहले से ही जेल में हैं।

जेएनएन, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एमपी पुलिस ने एक किन्नर को गिरफ्तार किया है, जो वास्तव में बांग्लादेशी नागरिक है और कई सालों से भेष बदलकर भोपाल में रह रहा था।
गिरफ्तार शख्स की पहचान नेहा किन्नर उर्फ अब्दुल कलाम के रूप में हुई है। अब्दुल के पास अवैध दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। वहीं, अब्दुल अकेले नहीं बल्कि पूरे परिवार और रिश्तेदारों के साथ बांग्लादेश से भारत में आया था।
यह भी पढ़ें- Balrampur News: छांगुर के भतीजे समेत दो गिरफ्तार, हबीब बैंक एजी ज्यूरिख में मिला खाता; ED के हाथ लगे अहम दस्तावेज
25 साल पहले की थी घुसपैठ
पुलिस ने भोपाल के एमपी नगर से नेहा किन्नर को मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया था। जब पुलिस ने नेहा की छानबीन शुरू की, तो एक के बाद एक हैरान करने वाले सच सामने आने लगे। नेहा के पास फर्जी दस्तावेज मिले। पूछताछ में उसने बताया कि उसका असली नाम अब्दुल कलाम है और वो लगभग 25 साल पहले बांग्लादेश से भारत में आया था।
5 साथी पहले से जेल में बंद
अब्दुल ने सभी दोस्तों, रिश्तेदारों समेत पूरी टोली के साथ भारत में घुसपैठ की थी। उसके साथ आए 5 लोग पहले से चोरी और लूट के आरोप में सलाखों के पीछे बंद हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि अब्दुल के खिलाफ भी अदालत में मामला चल रहा है, जिसके बाद उसे बांग्लादेश वापस भिजवा दिया जाएगा।
17 साल की उम्र में लांघी सरहद
पुलिस की पूछताछ में अब्दुल ने बताया कि वो 17 साल की उम्र में बांग्लादेश से भारत आया था। पहले उसने महाराष्ट्र समेत अलग-अलग राज्यों में डेरा डाला और फिर भोपाल में आकर रहने लगा। यहां उसने अपने फर्जी दस्तावेज भी तैयार करवा लिए। अब पुलिस अब्दुल को शरण देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।