MP के थाने से 85 लाख गायब, मालखाना इंचार्ज ने जुए में हारी सरकारी रकम, वापस मांगने पर आत्महत्या की कोशिश
मध्य प्रदेश के एक थाने से 85 लाख रुपये गायब होने का मामला सामने आया है। मालखाना इंचार्ज पर जुए में सरकारी रकम हारने का आरोप है। पैसे वापस मांगने पर उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। पुलिस मामले की जांच कर रही है और इंचार्ज की हालत गंभीर बताई जा रही है।

लाखों की राशि थाने से गायब।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सिवनी में हवाला लूटकांड के बाद अब बालाघाट में पुलिस सुरक्षा में रखी लाखों की राशि चोरी होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कोतवाली थाना के मालखाने में रखी लगभग 50-55 लाख रुपये की राशि मालखाना प्रभारी ने ही पार कर दी।
कई अहम दस्तावेज, सोने-चांदी के आभूषण भी गायब हैं, जिनकी कुल राशि करीब 80-85 लाख आंकी जा रही है। ये राशि और जेवर करीब 32 आपराधिक मामलों में पुलिस ने जब्त किए थे। अमानत में खयानत के इस मामले से कोतवाली सहित विभाग में हड़कंप है।
मालखाना प्रभारी कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राजीव पंद्रे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। हालांकि, उसे अब तक निलंबित नहीं किया गया है। विभागीय जांच शुरू करने के साथ पुलिस ने मालखाना को सील कर दिया है।
प्रआर पंद्रे पिछले दो साल से मालखाने की सुरक्षा संभाल रहा है। मालखाने की चाबी उसी के पास रहती है। यहां अलग-अलग अपराधों में विवेचना के बाद बरामद/जब्त की गई राशि, जेवर रखे जाते हैं। प्रआर पंद्रे लंबे समय से जब्ती की राशि पार कर रहा था। पुलिस प्रधान आरक्षक से पूछताछ कर रही है। मालखाना सहित कोतवाली में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
सुपुर्दगी देने में आनाकानी करने पर गहराया शक
आरोपित राजीव पंद्रे को दो साल पहले कोतवाली के मालखाने की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी। वह मालखाना में रखी राशि कब से पार कर रहा था, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा के नेतृत्व में चोरी सहित अन्य मामलों के खुलासे के बाद फरियादी को सुपुर्दगी दिया जाना था, लेकिन प्रधान आरक्षक सुपुर्दगी देने में लगातार आनाकाना कर रहा था। इससे प्रआर पर शक पर गहरा हो गया। जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची, तो कोतवाली में हलचल शुरू हो गई। मंगलवार को डीएसपी, सीएसपी, कोतवाली टीआइ समेत पुलिस अधिकारी जांच करते रहे। इस मामले में मंगलवार को पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने प्रेसवार्ता लेकर पुलिस पर निशाना साधा।
शर्मसार करती पर्दे के पीछे की कहानी
इस मामले में पर्दे की कहानी पुलिस को शर्मसार कर रही है। सूत्रों की मानें, तो प्रअार राजीव पंद्रे लंबे समय से मालखाने की राशि पार कर रहा था, जिसे वह जुआ और सट्टे में खर्च करता था। वह सिवनी में कई जगह जुआ-सट्टे में सरकारी पैसों को दांव में लगा चुका है। सिवनी में अच्छी रकम जीतने के बाद राजीव ने गोंदिया में भी जुआ-सट्टा खेला, लेकिन इसमें वह लाखों रुपये हार गया। इससे वह तनाव में था। सूत्रों के अनुसार, तीन दिन पहले प्रअार ने कोतवाली में ही फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था।
प्रआर से अब तक 40 लाख की वसूली
पुलिस जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मालखाने से पार हुई राशि में 40 लाख रुपये की वसूली कर ली है। पता चला है कि आरोपित राजीव पंद्रे ने मालखाना के करीब दस लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर सराफा कारोबारी के पास गिरवे रखे हैं। पुलिस सराफा कारोबारी से भी पूछताछ कर रही है। आरोपित ने सिवनी में जहां जुआ-सट्टा खेला था, वहां से पुलिस ने कुछ जुआरियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनका कहना...कोतवाली के मालखाना प्रभारी द्वारा बड़ी रकम पार करने का मामला संज्ञान में आया है। इस मामले की जांच चल रही है। भौतिक सत्यापन और पूछताछ के बाद ही चोरी हुई राशि का असल आंकड़ा पता चलेगा।
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