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    'भारत ने SCO का सदस्य बनने से रोका', पीएम मोदी की चीन यात्रा से चिढ़े अजरबैजान ने लगाए आरोप

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 01:57 PM (IST)

    अजरबैजान ने भारत पर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में उसकी पूर्ण सदस्यता में बाधा डालने का आरोप लगाया है क्योंकि बाकू का पाकिस्तान के साथ मजबूत संबंध है। अजरबैजान मीडिया ने भारत पर बहुपक्षीय कूटनीति के सिद्धांतों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है इसे बदले की भावना बताया है। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को समर्थन देने के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।

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    अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम ने हाल ही में चीन के तियानजिन शहर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अजरबैजान ने भारत पर गंभीर आरोप लगाया है कि उसने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में उसकी पूर्ण सदस्यता की राह में रोड़ा अटकाया है।

    अजरबैजान का दावा है कि भारत ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि बाकू का पाकिस्तान के साथ गहरा दोस्ताना रिश्ता है।

    अजरबैजान की मीडिया ने भारत पर बहुपक्षीय कूटनीति के सिद्धांतों को तोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि यह कदम भारत की 'बदले की भावना' की उपज है।

    ऑपरेशन सिंदूर है विवाद की जड़?

    इस विवाद की जड़ में अजरबैजान का पाकिस्तान को 'ऑपरेशन सिन्दूर' में समर्थन देना बताया जा रहा है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया।

    अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने हाल ही में चीन के तियानजिन शहर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की। इस दौरान अलीयेव ने पाकिस्तान को 'ऑपरेशन सिन्दूर' में भारत पर 'जीत' हासिल करने की बधाई दी।

    उन्होंने साफ कहा कि भारत चाहे जितने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अजरबैजान का रास्ता रोके, बाकू अपनी 'भाईचारे' वाली दोस्ती को पाकिस्तान के साथ और मजबूत करेगा।

    पाकिस्तान के साथ अजरबैजान का 'गहरा' रिश्ता

    अलीयेव ने पाकिस्तानी पीएम के साथ मुलाकात में दोनों देशों के बीच राजनीतिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक रिश्तों की तारीफ की। उन्होंने व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने की बात भी कही, जिसके लिए अजरबैजान-पाकिस्तान अंतर-सरकारी आयोग के जरिए काम होगा।

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    पाकिस्तान और अज़रबैजान के बीच रिश्ते हाल के वर्षों में और गहरे हुए हैं। खासकर रक्षा, व्यापार और क्षेत्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग बढ़ा है। अजरबैजान ने 'ऑपरेशन सिन्दूर' के दौरान पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था, जब भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई की थी।

    अजरबैजान का अब तक क्या रहा है स्टैंड?

    'ऑपरेशन सिन्दूर' में भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया। इस दौरान अजरबैजान ने एक बयान जारी कर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई थी। बाकू ने साफ तौर पर पाकिस्तान का पक्ष लिया, जिससे भारत के साथ उसके रिश्तों में खटास आई।

    अज़रबैजान का कहना है कि भारत की नाराजगी की वजह उसका पाकिस्तान के प्रति समर्थन है। लेकिन बाकू ने यह भी साफ किया कि वह अपने 'भाईचारे' के रिश्ते को नहीं छोड़ेगा। अजरबैजान की मीडिया का दावा है कि भारत का यह रवैया SCO जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कूटनीतिक सिद्धांतों के खिलाफ है।

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