Azadi Ka Amrit Mahotsav: आजादी के 75 साल में भारत ने हासिल की नई ऊंचाइयां, 10 बड़ी उपलब्धियों पर एक नजर
Azadi Ka Amrit Mahotsav आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी को याद करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। ऐसे में देश की प्रमुख उपलब्धियों पर एक नजर डालना तो लाजमी है।

नई दिल्ली, एजेंसियां। देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। देश को आजाद कराने के लिए हजारों वीर सपूतों को अपना जीवन खपाना पड़ा। इन्हीं सेनानियों की कुर्बानी को याद करने के लिए 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाया जा रहा है। शनिवार से तीन दिवसीय 'हर घर तिरंगा' अभियान भी शुरू किया गया है। मौजूदा वक्त में देखें तो देश के नाम अनगिनत उपलब्धियां हैं। आज भारत दुनिया की बड़ी ताकतों में गिना जा रहा है। आइए डालते हैं देश की प्रमुख उपलब्धियों पर एक नजर...
अपना संविधान बनाया
आजादी के बाद भारत ने अपनी सबसे पहली उपलब्धि के रूप में संविधान की रचना की जो 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। इसके साथ ही अंग्रेजों के जमाने का गवर्मेंट ऑफ इंडिया ऐक्ट खत्म हुआ।
पंचवर्षीय योजनाओं के जरिए विकास की नींव
आजादी के बाद देश को गरीबी से उबारने की कोशिशें शुरू हुई। देश में तेजी से विकास कार्यों को अंजाम देने के लिए पंचवर्षीय योजनाओं की शुरुआत हुई जो इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुईं।
खेती को मजबूती देने के लिए हरित क्रांति
देश में खेती किसानी को मजबूती देने के लिए हरित क्रांति की शुरुआत हुई। इसने देश में खाद्यान संकट को दूर किया। मौजूद वक्त में भारत दुनिया के अग्रणी कृषि पैदावार वाले देशों में शुमार है।
श्वेत क्रांति के जरिए बड़ा मुकाम
देश में डेयरी क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए 13 जनवरी, 1970 को श्वेत क्रांति की शुरुआत की गई। दुनिया के इस सबसे अनूठे कार्यक्रम ने दूध उत्पादन के क्षेत्र में भारत को दूग्ध उत्पादन के क्षेत्र में शीर्ष पर पहुंचाने का काम किया।
इसरो के साथ अंतरीक्ष में लंबी छलांग
स्पेस के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को अमली-जामा पहनाने के लिए 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का गठन किया गया। आज भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया के चुनिंदा देशों में शामिल है। भारत चंद्रमा और मंगल मिशन को अंजाम दे रहा है।
हासिल की परमाणु ताकत
भारत ने आत्मरक्षा को लेकर 18 मई, 1974 को पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण किया। इसके साथ ही भारत अमेरिका समेत तमाम ताकतवर मुल्कों की नजर में आ गया। 24 साल बाद तमाम अंतरराष्ट्रीय विरोधों को नजरंदाज कर के 11 और 13 मई, 1998 को पोखरण में परमाणु परीक्षणों को अंजाम देकर दुनिया को अपनी ताकत का अहसास करा दिया।
जीएसटी के साथ आर्थिक मजबूती की ओर बढ़े कदम
भारत ने पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में तेजी से फैसले भी लिए जा रहे हैं। भारत सरकार ने 1 जुलाई, 2017 से जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर के जरिए कर प्रणाली की विसंगतियों को दूर करने का काम किया है।
अनुच्छेद-370 हटाकर देश विरोधी ताकतों को बड़ा संदेश
पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाकर देश विरोधी ताकतों को एक बड़ा संदेश दिया था। इस अनुच्छेद के चलते जम्मू-कश्मीर का अलग झंडा हुआ करता था। अलगाववादी अनुच्छेद-370 की आड़ लेकर स्थानीय लोगों को गुमराह किया करते थे।
अग्निपथ के जरिए सेना में बदलाव का आगाज
केंद्र सरकार ने हाल ही में तीनों सेनाओं में आमूलचूल बदलाव के लिए अग्निपथ योजना की शुरुआत करके दुनिया की चुनिंदा 'युवा सैन्य शक्तियों' में शुमार होने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। काफी पहले से सैन्य क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव की सिफारिशें की जाती रही हैं।
तेजस के जरिए रक्षा उत्पादन की दिशा में क्रांतिकारी कदम
भारत ने रक्षा उत्पादन की दिशा में क्रांतिकारी कदम बढ़ाए हैं। वायु सेना में शामिल लड़ाकू विमान तेजस को लेकर आज दुनिया में चर्चा है। कई देशों ने इस विमान को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। इतना ही नहीं भारत मिसाइलों के निर्माण में दुनिया के चुनिंदा मुल्कों में शुमार है। मौजूदा वक्त में डीआरडीओ भारत की इन्हीं आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद कर रहा है। फिलीपींस समेत कई देशों ने अपने सैन्य विमानों के बेड़े को अपग्रेड करने में भारत के डिफेंस सेक्टर पर भरोसा जताया है।
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