Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ram Mandir: रामभक्ति के साथ देश के सामाजिक-सांस्कृतिक ताने बाने को मजबूत बना रहे PM Modi, यम-नियम व्रत का भी कर रहे पालन

    Updated: Fri, 19 Jan 2024 07:35 PM (IST)

    अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रही श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री मोदी मुख्य यजमान की भूमिका में रहेंगे। इसके लिए उनका 11 दिन का अनुष्ठान चल रहा है। इसके तहत जो भी व्रत-नियम शास्त्रों में उल्लेखित हैं उनका पालन पीएम मोदी कर रहे हैं। यजमान के रूप में वह व्रत का पालन करते हुए सिर्फ नारियल का पानी पी रहे हैं।फर्श पर कंबल ओढ़कर सो रहे हैं।

    Hero Image
    रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 11 दिवसीय संकल्प में प्रधानमंत्री ने अपनाया कठिन व्रत।

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामभक्ति में पूरी तरह रम गए हैं। 11 दिवसीय संकल्प में यम-नियम, व्रत का पालन करते हुए उन्होंने अन्न का त्याग कर दिया है। फर्श पर बिछौना बिछाकर विश्राम कर रहे हैं और दान-पुण्य दिनचर्या में शामिल है। इस सबके बीच देश के विभिन्न हिस्सों में घूम घूम कर विकास कार्यों को अंजाम देने के साथ साथ अलग अलग भाषाओं में रामायण सुनकर यह संदेश देने की कोशिश में भी हैं कि पूरा भारत एक है और श्रेष्ठ है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्य यजमान की भूमिका में रहेंगे पीएम मोदी

    अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रही श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री मोदी मुख्य यजमान की भूमिका में रहेंगे। इसके लिए उनका 11 दिन का अनुष्ठान चल रहा है। इसके तहत जो भी व्रत-नियम शास्त्रों में उल्लेखित हैं, उनका पालन पीएम मोदी कर रहे हैं। यजमान के रूप में वह व्रत का पालन करते हुए सिर्फ नारियल का पानी पी रहे हैं। फर्श पर कंबल ओढ़कर सो रहे हैं। प्रतिदिन गौ पूजा कर गायों को चारा खिलाते हैं और विभिन्न प्रकार के दान-पुण्य आदि भी कर रहे हैं।

    यह भी पढ़ेंः Ram Mandir: ब्रिटेन की संसद में लगाए गए 'जय श्री-राम...जय श्री-राम' के नारे, शंख की ध्वनि से राममय हुआ पूरा माहौल

    रामभक्ति में पूरी तरह रमे पीएम मोदी

    रामभक्ति में पूरी तरह रमे हुए मोदी अपने पद के दायित्वों के निभाने के साथ ही कुछ दिन से देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं। इनमें नासिक स्थित रामकुंड और श्री कालाराम मंदिर, आंध्र प्रदेश में वीरभद्र मंदिर व लेपाक्षी, केरल में गुरुवयूर मंदिर और त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिर शामिल है। इसी तरह वह अगले दो दिनों में तमिलनाडु के ऐसे और मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंचेंगे। यह मंदिर न सिर्फ देश को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से एक सूत्र में जोड़ते हैं, बल्कि इनका भगवान राम से भी गहरा संबंध है।

    यह भी पढ़ेंः Ram Mandir: 22 जनवरी को राममय रहेगा देश, UP ही नहीं इन राज्यों में भी रहेगा अवकाश; पढ़िए अपने राज्य का हाल

    एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संदेश देना है लक्ष्य

    पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री ने देश के विभिन्न मंदिरों में दर्शन करते हुए जिस तरह से कई भाषाओं में रामायण सुनी है और भजन कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं, उसके पीछे उनका उद्देश्य एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संदेश देना भी है।

    पीएम मोदी ने स्वच्छ तीर्थ अभियान का किया था शुरुआत

    इसके अलावा पीएम मोदी ने 12 जनवरी को नासिक के श्री कालाराम मंदिर परिसर में सफाई करते हुए स्वच्छ तीर्थ अभियान की शुरुआत की। इसका व्यापक असर देश में दिखाई दिया। इस अभियान ने आंदोलन का रूप लिया और लाखों लोगों ने स्वेच्छा से मंदिरों में सफाई कार्य किया। आम व्यक्ति से लेकर कई हस्तियां इस अभियान में शामिल हुईं और इंटरनेट मीडिया पर भी स्वच्छ तीर्थ अभियान टॉप ट्रेंड में शामिल रहा।