भारत में आस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ने कहा- अदाणी के आस्ट्रेलिया कारोबार पर कोई असर नहीं
ओ-फारेल ने यह भी संकेत दिया है कि बुधवार (08 मार्च 2023) से पीएम पद संभालने के बाद पहली बार भारत के चार दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं। पीएम एथोंनी की अदाणी से मुलाकात हो सकती है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अदाणी समूह पर अमेरिकी एजेंसी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर भारत में चाहे जितनी भी शोर मचा हो लेकिन आस्ट्रेलिया में इसका कोई असर नहीं है। अदाणी समूह आस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा निवेश करने वाली भारतीय कंपनी है। ऐसे में भारत में आस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ-फारेल का यह कहना है कि अदाणी समूह को लेकर जो रिपोर्ट आई है उस पर भारतीय नियामक एजेंसियों को कदम उठाने हैं जहां तक आस्ट्रेलिया में इस समूह के बिजनेस का सवाल है तो उस पर कोई असर नहीं है।
आस्ट्रेलिया के पीएम की अदाणी से हो सकती है मुलाकात
ओ-फारेल ने यह भी संकेत दिया है कि बुधवार (08 मार्च, 2023) से भारत के चार दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं आस्ट्रेलिया के पीएम एथोंनी अलबिनीज की अदाणी से मुलाकात हो सकती है। अलिबनीज पीएम पद संभालने के बाद पहली बार भारत के दौरे पर आ रहे हैं। वह होली के दिन अहमदाबाद में होंगे और संभवत: पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ होली भी मनाएंगे और भारत-आस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच का आनंद भी लेंगे।
इसके बाद वह गुरुवार को मुंबई जाएंगे जहां भारतीय उद्यमियों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद शुक्रवार को उनकी पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। यह पूछे जाने पर कि क्या अलबिनीज अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी से मुलाकात करेंगे तो बैरी ओ-फैरेल ने सीधा जवाब ना देते हुए कहा कि,'प्रधानमंत्री की मुलाकात कई उद्यमियों से होगी।'
ओ फैरेल ने दी जानकारी
चूंकि अदाणी समूह ने आस्ट्रेलिया के कोयला, पोर्ट और सौर ऊर्जा में काफी निवेश किया हुआ है और इससे वहां हजारों लोगों को रोजगार मिला हुआ है इसलिए पीएम अलबिनीज और गौतम अदाणी की मुलाकात संभव है। ओ फैरेल ने बताया कि पीएम अलबिनीज की यात्रा के दौरान भारत और आस्ट्रेलिया के बीच बहुमूल्य धातुओं के क्षेत्र में सहयोग को लेकर अहम बात होगी।
आस्ट्रेलिया इसमें मदद करोने को तैयार
आस्ट्रेलिया में अत्याधुनिक उद्योग क्षेत्रों (इलेक्टि्रक वाहन, रिनीवेबल इनर्जी आदि) में इस्तेमाल होने वाले धातुओं का सबसे बड़ा भंडार है। आस्टि्रलयाई उच्चायुक्त ने कहा कि, 'भारत की कंपनी खनिज विदेश निगम लिमिटेड उनके देश में भारी निवेश करने की तैयारी में है। पीएम मोदी भारत को अत्याधुनिक तकनीक का एक बड़ा हब बनाना चाहते हैं और आस्ट्रेलिया इसमें मदद करोने को तैयार है।
दोनो देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता हो चुका है जिससे एक दूसरे के यहां निवेश बढ़ान में भी मदद मिलेगी।' आस्ट्रेलिया ने हाल ही में बहुमूल्य धातुओं के सेक्टर में निवेश करने से चीन की कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। दोनो देशों के पीएम के बीच होने वाली मुलाकात में मौजूदा कारोबारी रिश्तों को और प्रगाढ़ करने के साथ ही हिंद प्रशांत क्षेत्र में आपसी सहयोग व रक्षा क्षेत्र में संबंधो को मजबूत बनाने पर बात होगी।