मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं की छवि धूमिल करने की कोशिश, एआइ से तैयार फोटो किए प्रसारित
प्रदेश की पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री कृष्णा गौर और भोपाल जिले के हुजूर क्षेत्र से विधायक रामेश्वर शर्मा की फोटो में एआइ की मदद से छेड़छाड़ कर उनके साथ ड्रग तस्करी के आरोपित को खड़ा कर दिया गया। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने इन फोटो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। पुलिस छेड़छाड़ करके आपत्तिजनक फोटो तैयार करने वालों की तलाश कर रही है।

मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं के एआई से बनाए फोटो (फोटो- सोशल मीडिया)
जेएनएन, भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं की छवि धूमिल करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) की मदद से आपत्तिजनक फोटो तैयार करके इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करने का मामला सामने आया है।
प्रदेश की पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री कृष्णा गौर और भोपाल जिले के हुजूर क्षेत्र से विधायक रामेश्वर शर्मा की फोटो में एआइ की मदद से छेड़छाड़ कर उनके साथ ड्रग तस्करी के आरोपित को खड़ा कर दिया गया। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने इन फोटो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया।
मामले में पुलिस कांग्रेस के तीन नेताओं से पूछताछ कर रही है, जिन्होंने फोटो इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किए थे। पुलिस छेड़छाड़ करके आपत्तिजनक फोटो तैयार करने वालों की तलाश कर रही है।
वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि सुनियोजित साजिश के तहत पार्टी के नेताओं और जनप्रतिनिधियों की छवि धूमिल करने की कोशिश में पूरा गिरोह हो सकता है।
शिकायतकर्ता भाजपा नेता राम बंसल ने बताया कि विधायक रामेश्वर शर्मा को उनकी जन्मतिथि पर गत चार जुलाई को पार्टी नेता जितेंद्र लोटिया ने आवास पर पहुंचकर शुभकामना दी थी। इसी फोटो में एआइ की मदद से छेड़छाड़ करके विधायक के साथ खड़े लोटिया को हटाकर ड्रग तस्करी की आरोपित आसु हसन को खड़ा कर दिया गया।
इस फोटो को कांग्रेस नेता बृजेंद्र शुक्ला ने फेसबुक पर शेयर किया। उनके अलावा कुछ अन्य लोगों ने भी फोटो पोस्ट किए। दूसरे मामले में, भाजपा पार्षद बी. शक्तिराव ने गत 16 जुलाई को एक कार्यक्रम में राज्यमंत्री कृष्णा गौर के साथ एक फोटो खिंचवाई थी।
इस फोटो में भी एआइ के माध्यम से शक्तिराव को हटाकर ड्रग तस्करी के आरोपित आसू हसन का चेहरा लगा दिया गया। इस फोटो को रायसेन के कांग्रेस कार्यकर्ता अर्पित उपाध्याय और असद खान ने फेसबुक पर पोस्ट कर कमेंट के माध्यम से संदेश देने की कोशिश की कि ड्रग माफिया को भाजपा नेताओं का सरंक्षण है।
डीसीपी क्राइम ब्रांच अखिल पटेल का कहना है कि अभी तीन लोगों से पूछताछ की गई है। अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं, इसलिए मामले की जांच की जा रही है। इसमें यह भी देखा जाएगा कि फोटो कहां से जनरेट किए गए हैं। इसमें किन-किन लोगों की भूमिका है। जांच में जो भी संलिप्त पाए जाएंगे, उन सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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