Atal Bridge: साबरमती रिवरफ्रंट की खूबसूरती में चार चांद लगाएगा 'अटल ब्रिज', आप भी जानें इससे जुड़ी खासियत
Atal Bridge प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अहमदाबाद में अटल ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। यह साबरमती रिवरफ्रंट फुटओवर ब्रिज है जो रिवरफ्रंट के पूर्व और पश्चिम को जोड़ेगा। पीएम मोदी ने अटल ब्रिज से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा की हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। Atal Bridge- पीएम मोदी आज अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट के पास बने 'अटल ब्रिज' का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर खादी उत्सव को भी संबोधित करेंगे। बता दें कि भारत ने पिछले हफ्ते ही अपनी आजादी के 75 साल पूरे किए हैं। अहमदाबाद के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल साबरमती रिवरफ्रंट ने भी एक दशक पूरा कर लिया है।
Doesn’t the Atal Bridge look spectacular! pic.twitter.com/6ERwO2N9Wv
— Narendra Modi (@narendramodi) August 26, 2022
जानें अटल ब्रिज की खासियत
पर्यटकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए एलिस ब्रिज और सरदार ब्रिज के बीच बने फुटओवर ब्रिज को 'अटल ब्रिज' का नाम दिया गया है। आकषर्षक डिजाइन और एलईडी लाइटिंग वाला यह पुल करीब 300 मीटर लंबा और बीच में 14 मीटर चौड़ा है। इस पुल से पैदल यात्रियों के अलावा साइकिल सवार भी गुजर सकेंगे। 300 मीटर का यह पुल साबरमती रिवरफ्रंट के पूर्व और पश्चिम की ओर को जोड़ता है।
रिवरफ्रंट को जोड़ने का काम करेगा 'अटल ब्रिज'
एक बयान के अनुसार, यह ब्रिज रिवरफ्रंट के पश्चिमी छोर पर फूलों के बगीचे और पूर्वी पर आने वाले कला और संस्कृति केंद्र को जोड़ता है। इसके अलावा ये ब्रिज मल्टी लेवल कार पार्किंग और ईस्ट और वेस्ट बैंक पर विभिन्न सार्वजनिक विकास को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
आकर्षण का केंद्र है अटल ब्रिज का डिजाइन
अटल ब्रिज का डिजाइन खुद में ही आकर्षण का केंद्र है। अटल ब्रिज की छत रंगीन कपड़े से बनी है और रेलिंग कांच और स्टेनलेस स्टील से बनाई गई है। इस पुल के निर्माण में 2,600 मीट्रिक टन स्टील पाइप का इस्तेमाल कर बनाया गया है। इस पुल का डिजाइन अपने आप में बहुत ही अलग है। यहां आने वाले लोग दो रास्तों के माध्यम से रिवरफ्रंट तक पहुंच सकते हैं।
रविवार को 'वीर बालक स्मारक' का उद्घाटन करेंगे पीएम
बता दें कि पीएम मोदी रविवार को कच्छ के अंजार कस्बे में 'वीर बालक स्मारक' का उद्घाटन भी करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में इस स्मारक का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। उद्घाटन में शामिल होने के लिए मृतक के परिवार के 100 सदस्यों को आमंत्रित किया गया है।