'बांग्लादेश के दो 'चिकन नेक' सबसे अधिक खतरनाक', मुहम्मद यूनुस के बयान पर सीएम हिमंत सरमा का पलटवार
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बांग्लादेश को उसके दो चिकन नेक की याद दिलाते हुए कहा कि वे भारत के चिकन नेक से कहीं अधिक असुरक्षित हैं। उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस के भारत के चिकन नेक कारिडोर को लेकर किए गए झूठे दावे का पलटवार करते हुए यह बात कही। सरमा ने बांग्लादेश के दो संकीर्ण गलियारों की असुरक्षा पर जोर दिया।

पीटीआई, गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर से चिकन नेक कॉरिडोर का मुद्दा उठाया है। मुख्यमंत्री ने रविवार को बांग्लादेश को उसके दो चिकन नेक की याद दिलाते हुए कहा कि वे कहीं अधिक असुरक्षित हैं।
सरमा की टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने भारत के चिकन नेक कारिडोर को लेकर झूठा दावा किया था। उन्होंने 21 मई को अपनी चीन यात्रा के दौरान कहा था कि भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र भूमि से घिरा हुआ है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने यूनुस के बयान पर किया पलटवार
वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने यूनुस के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के दो चिकन नेक हैं। दोनों ही बहुत अधिक असुरक्षित हैं। पहला है 80 किलोमीटर लंबा उत्तर बांग्लादेश कॉरिडोर- दक्षिण दिनाजपुर से दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स तक।
बांग्लादेश को बांट सकता है कोई भी व्यवधान
उन्होंने कहा कि यहां कोई भी व्यवधान पूरे रंगपुर डिवीजन को बांग्लादेश के बाकी हिस्सों से पूरी तरह से अलग कर सकता है। दूसरा है 28 किलोमीटर लंबा चटगांव कॉरिडोर, जो दक्षिण त्रिपुरा से बंगाल की खाड़ी तक है। भारत के चिकन नेक से भी छोटा यह कारिडोर बांग्लादेश की राजधानी के बीच एकमात्र संपर्क है।
सिलीगुड़ी कॉरिडोर को लेकर कही ये बात
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि मैं केवल भौगोलिक तथ्य प्रस्तुत कर रहा हूं, जिसे कुछ लोग भूल सकते हैं। भारत के सिलीगुड़ी कारिडोर की तरह, हमारे पड़ोसी देश में भी उनके दो संकीर्ण गलियारे हैं। भारत का चिकन नेक, जिसे सिलीगुड़ी कॉरिडोर के नाम से जाना जाता है, जमीन की एक संकरी पट्टी है, जिसकी चौड़ाई लगभग 22 किलोमीटर-35 किलोमीटर है, जो पूर्वोत्तर क्षेत्र को शेष भारत से जोड़ती है।
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