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    'नियम तोड़े, तो छोड़ेंगे नहीं...', बाल विवाह पर हिमंत सरकार सख्त; एक ही रात में 416 लोगों को किया गिरफ्तार

    By Agency Edited By: Mahen Khanna
    Updated: Sun, 22 Dec 2024 11:38 AM (IST)

    Himanta Sarma on child marriage बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार लगातार सख्ती दिखा रही है। असम पुलिस ने बाल विवाह से जुड़े मामलों में बीती रात 416 लोगों को गिरफ्तार किया और 335 मामले दर्ज किए। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। मामले पर सीएम सरमा ने कहा कि हम इस सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए साहसिक कदम उठाते रहेंगे।

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    Himanta Sarma on child marriage बाल विवाह पर हिमंत सरकार के सख्त तेवर। (फाइल फोटो)

    एएनआई, गुवाहाटी। Himanta Sarma on child marriage बाल विवाह के खिलाफ असम की हिमंत बिस्वा सरमा सरकार सख्ती से पेश आ रही है। इसके खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत असम पुलिस ने बीती रात 416 लोगों को गिरफ्तार किया और 335 मामले दर्ज किए। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।

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    बाल विवाह जैसी बुराई खत्म करके रहेंगेः हिमंता

    बाल विवाह को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का पोस्ट भी सामने आया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 

    असम बाल विवाह के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है। बीती रात को शुरू किए गए तीसरे चरण के अभियान में 416 गिरफ्तारियां की गईं और 335 मामले दर्ज किए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा। हम इस सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए साहसिक कदम उठाते रहेंगे।

    घुसपैठियों को बाहर करेंगेः सरमा

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि राज्य सरकार असम के लोगों की पहचान को बनाए रखने और उनके विकास को सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है।

    मुख्यमंत्री ने कहा, "सरकार घुसपैठियों के प्रभाव को सीमित करने के लिए परिसीमन की दिशा में भी काम कर रही है। इसके अलावा राज्य सरकार ने 10,000 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है।

    शहीद खड़गेश्वर तालुकदार को किया याद

    असम आंदोलन के पहले शहीद खड़गेश्वर तालुकदार के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बलिदान ने राज्य के साथ-साथ पूरे देश में शोक की लहर पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि खड़गेश्वर तालुकदार से प्रेरित होकर 800 से अधिक अन्य शहीदों ने भी राज्य के लिए अपने प्राण न्योछावर किए।

    मुख्यमंत्री सरमा ने यह भी कहा कि असम आंदोलन असम और उसके लोगों को अवैध प्रवास के अभिशाप से बचाने के संकल्प की अभिव्यक्ति था।

    सरकार मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा करती रहेगी

    इससे पहले 10 दिसंबर को सोनितपुर जिले के जमुरीहाट में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित स्वाहिद दिवस समारोह में भाग लेते हुए सीएम सरमा ने कहा कि असम सरकार मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

    उन्होंने असम आंदोलन में जाति, माटी और भेटी के सम्मान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों को भी श्रद्धांजलि दी।

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