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    चीनी सेना को जवाब देने के लिए भारतीय सेना हुई और सक्षम, मिले अत्याधुनिक हथियार और बख्तरबंद गाड़ियां

    By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By:
    Updated: Sat, 12 Feb 2022 07:04 AM (IST)

    विशेष रूप से कठिन और चुनौतीपूर्ण इलाकों में तैनात सैनिकों को अपने परिचालन कार्यों को आसानी से करने में सक्षम बनाना है। सेना ने कहा कि भारतीय सेना ने पिछले कुछ वर्षों में अत्याधुनिक हथियार प्लेटफार्म और आधुनिक उपकरण शामिल किए हैं।

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    ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिए एटीवी और सिग सायर शामिल (फोटो सोर्स: एएनआइ)

    उत्तरी सिक्किम (सिक्किम), एएनआइ। भारत और चीन के तनाव के बीच भारतीय सेना को और अधिक सक्षम बनाया जा रहा है। इस कड़ी में चीन के साथ सीमा पर तैनात अपने सैनिकों की क्षमताओं को बढ़ाते हुए भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम क्षेत्र में तैनात सैनिकों को नवीनतम असाल्ट राइफलें (assault rifles) दी हैं। साथ ही आल टेरेन व्हीकल, ATV (सभी क्षेत्रों में चल सकने वाली बख्तरबंद गाड़ियां) भी शामिल हैं। 

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    सेना का कहना है कि सिक्किम बार्डर पर हालिया समय में चीनी सैनिकों ने हरकतें बढ़ाई हैं। इसी को लेकर भारतीय सेना का उद्देश्य अपनी क्षमता बढ़ाना और सैनिकों को सक्षम बनाना है। विशेष रूप से कठिन और चुनौतीपूर्ण इलाकों में तैनात सैनिकों को अपने परिचालन कार्यों को आसानी से करने में सक्षम बनाना है। सेना ने कहा कि भारतीय सेना ने पिछले कुछ वर्षों में अत्याधुनिक हथियार प्लेटफार्म और आधुनिक उपकरण शामिल किए हैं।

    अपनी तीव्र क्षमता वृद्धि अभियान का उल्लेख करते हुए भारतीय सेना ने कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिए एटीवी और 7.62 मिमी सिग सायर शामिल किए गए हैं।

    मुगुथांग सब सेक्टर में भारतीय सेना 15 हजार से अधिक फीट की ऊंचाई पर है तैनात  

    उत्तरी सिक्किम के मुगुथांग सब सेक्टर में 15,500 फीट से अधिक की ऊंचाई पर तैनात सैनिकों को उस क्षेत्र में काम करते हुए देखा जा सकता है, जो एक अति ऊंचाई वाला क्षेत्र है। जिसमें अब सैनिकों के पास एटीवी और 7.62 मिमी सिग सायर हथियार भी शामिल हो गए हैं। इस पर भारतीय सेना ने जोर देते हुए कहा कि भविष्य के साथ वह आगे बढ़ रही है और राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा तैयार है।

    भारत और चीन के बीच अब तक कुल 14 दौर की हो चुकी है वार्ता

    बता दें कि भारत और चीन के बीच मई 2020 से चले आ रहे सैन्य तनाव को खत्म करने के लिए 14वें दौर की सैन्य अधिकारियों की वार्ता भी बेनतीजा साबित हुई है। पिछले महीने दोनों पक्षों की ओर से जारी संयुक्‍त बयान में कहा गया कि दोनों देश पिछले परिणामों को और मजबूत करेंगे। संयुक्त बयान के अनुसार 14वें दौर की इस वार्ता में कोई खास सफलता नहीं मिली है। हालांकि, दोनों पक्ष संपर्क बनाए रखने और शेष मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं।

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