पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सेना ने सरकार को सौंपा
पीओके में भारतीय सेना के जवानों की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक्स का वीडियो आर्मी की तरफ से सेना को सौंप दिया गया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक लगातार के बाद लगातार उठ रही सबूतों को सार्वजनिक करने की मांग के बीच केन्द्रीय मंत्री हंसराज अधीर ने बुधवार को कहा कि नियम के तहत सेना ने सीमापार किए ऑपरेशन के फूटेज सरकार को सौंप दिए गए हैं। अधीर ने कहा कि इस तरह के मुद्दे को सही तरीके से रखने के लिए यही एक प्रक्रिया है जिसे सरकार और सेना की तरफ से अपनाई गई है।
केन्द्रीय मंत्री हंसराज अधीर ने संवाददाताओं से कहा, “निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया गया है। डीजीएमओ ने सर्जिकल स्ट्राइक्स के बारे में बता दिया है। उसमें ना रक्षामंत्री ना ही प्रधानमंत्री और ना ही गृहमंत्री थे। बल्कि, डीजीएमओ के तरफ से मीडिया को बताया गया है। यह सही तरीका था जिसे सेना की तरफ से किया गया।” उन्होंने आगे कहा, “एक समय था जब लिखित डॉक्यूमेंट्स जमा किए जाते थे। लेकिन, अब समय पूरी तरह से बदल चुका है। अब क्लीप्स दिए जाते है और वह दिया गया है।”
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केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब पीओके में आतंकियों के लांच पैड्स पर सेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक्स के सबूत दिखाने की मांग उठ रही थी। मंगलवार को इस पर सियासत तब शुरू हुई जब मुंबई कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने इसे 'फर्जी' करार दिया है। जिसके बाद संजय निरूपम की भाजपा ने कड़ी आलोचना की तो वहीं खुद पार्टी ने संजय निरूपम के इस बयान से किनारा कर लिया।
भारतीय सेना पर ना करें शक-पूर्व सेनाध्यक्ष
उधर, पूर्व आर्मी चीफ जनरल दीपक कपूर ने कहा, "भारतीय सेना पूरी तरह से गैर राजनीतिक, सेक्यूलर और राष्ट्रभक्त है। इसलिए, जब उनकी तरफ से बयान जारी कर दिया गया है उसके बाद मैं यह नहीं मानता हूं कि डीजीएमओ की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर जो जानकारी दी गई है उन पर किसी को शक करनी चाहिए।"
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दीपक कपूर ने आगे कहा कि सेना जो काम करने को दिया गया था उसे उन्होंने किया। उसके बाद प्रेस को भी बताया इसलिए उस पर शक की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बार जो सर्जिकल स्ट्राइक की गई है उस गुणात्मक परिवर्तन आया है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान आर्मी, डीजीएमओ और पूरी दुनिया को बता दिया गया। यह इस बात का संकेत है कि पहले जहां रक्षात्मक रूख रहता था तो वहीं अब यह नीति आक्रामक हो गई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने सर्जिकल स्ट्राइक को साबित करने के लिए सबूत की मांग करते हुए भाजपा शासित केन्द्र सरकार पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केन्द्र सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो रिलीज करने की मांग की थी।
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