एमपी में पीतल निकालने के चक्कर में सेना का बम फटा, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
करीब 25 किलो वजनी बम का विस्फोट इतना जोरदार था कि लैड के टुकड़े जान गंवाने वालों के शरीर के साथ ही दीवार में भी घुस गए।
शिवपुरी, राज्य ब्यूरो। सेना की फायरिंग रेंज से मिले बम का पीतल निकालने के चक्कर में मध्य प्रदेश में शिवपुरी जिले के गांव मसूदा में विस्फोट हो गया। इसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एक घायल को झांसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूचना पर बबीना छावनी (झांसी) से पहुंचे सेना के अफसरों ने घटनास्थल फायरिंग रेंज में आने से इन्कार किया। ग्वालियर के बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पड़े दूसरे बम को निष्कि्रय किया और उसे अपने साथ ले आया।
पुलिस के अनुसार बकरी चराने गए ग्राम मसूदा निवासी श्याम लाल जाटव (55) को रविवार दोपहर जंगल क्षेत्र में दो बम मिले, जिन्हें वह घर ले आया। सोमवार सुबह सात बजे बम से पीतल निकालने के चक्कर में विस्फोट हो गया। हादसे में श्याम लाल जाटव एवं उसकी बेटी सुखदेवी (20) और सुखदेवी की बेटी आशिकी (एक) की मौत हो गई।
घायल पड़ोसी फूलसिंह जाटव को झांसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर चौकी प्रभारी संजीव पंवार, डॉग स्क्वॉड व फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) प्रभारी डॉ. एचएस बरहादिया मौके पर पहुंचे।
बरहादिया के मुताबिक दो में से एक बम की पिन एक्टिव होने से विस्फोट हुआ। इसके टुकड़े 20 फीट दूर तक गए। उन्होंने बताया कि करीब 25 किलो वजनी बम का विस्फोट इतना जोरदार था कि लैड के टुकड़े जान गंवाने वालों के शरीर के साथ ही दीवार में भी घुस गए। टुकड़ों को जांच के लिए भेजा जा रहा है।
एफएसएल प्रभारी ने बताया कि मौके पर बबीना-झांसी के सेना अधिकारी भी आए थे, लेकिन घटनास्थल वाला गांव फायरिंग रेंज में होने से इन्कार कर दिया। यही नहीं, दूसरे बम को नष्ट करने से भी उन्होंने मना कर दिया। इस पर ग्वालियर से आए बम निरोधक दस्ते ने कार्रवाई की।